श्रीहरिकोटा:इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से शनिवार को रडार इमेजिंग सैटेलाइट EOS01 की लॉन्चिंग की। PSLV-C49 रॉकेट के जरिए देश के रडार इमेजिंग सैटेलाइट के साथ ही 9 विदेशी सैटेलाइट्स भी भेजे गए। लॉन्चिंग में तय समय (3 बजकर 2 मिनट) से 10 मिनट की देरी हुई।
इस साल यह ISRO का पहला मिशन था। ISRO के चेयरमैन डॉ. के सिवान ने वैज्ञानिकों से कहा कि दिवाली से पहले ही आपने रॉकेट लॉन्च कर दिया, जश्न अब शुरू होगा। सिवान ने कहा कि यहां वर्क फ्रॉम होम नहीं हो सकता था।
EOS01 की क्या खासियत?
यह रडार इमेजिंग सैटेलाइट है। इसका सिंथेटिक अपरचर रडार बादलों के पार भी देख सकेगा। यह दिन-रात और हर मौसम में फोटो ले सकेगा। इससे आसमान से देश की सीमाओं पर नजर रखने में मदद मिलेगी। साथ ही एग्रीकल्चर-फॉरेस्ट्री, मिट्टी की नमी पता करने और डिजास्टर मैनेजमेंट में भी सपोर्ट करेगा।
शनिवार की लॉन्चिंग के साथ ISRO के विदेशी सैटलाइट भेजने का आंकड़ा 328 हो गया है। यह ISRO का 51वां मिशन था। ISRO ने अपनी वेबसाइट, यूट्यूब चैनल, फेसबुक और ट्विटर पेज पर LIVE टेलीकास्ट भी किया।
विक्रम साराभाई स्पेस रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर एस सोमनाथ ने बताया था कि PSLV-C49 के बाद दिसंबर में PSLV-C50 लॉन्च करने की योजना है। एक लॉन्च के बाद दूसरे के लिए तैयारी करने में करीब 30 दिन का वक्त लगता है।