दशहरा या विजयादशमी का त्योहार हर साल अश्विन मास की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल दशहरा 25 अक्टूबर (रविवार) को मनाया जा रहा है। विजयादशमी के दिन शुभ मुहूर्त में शस्त्र पूजा की भी परंपरा है। विजयादशमी को ज्योतिषाचार्यों में अबूझ मुहूर्त बताया है। ऐसे में इस दिन खरीदारी करना शुभ माना जाता है। इसके अलावा दशमी तिथि के मूर्ति विसर्जन भी किया जाता है। हालांकि इस साल 26 अक्टूबर (सोमवार) को सुबह 11 बजकर 30 मिनट तक दशमी तिथि होने से इस दिन मूर्ति विसर्जन किया जा सकेगा।
इस बार दशहरा की तिथि पर किसी भी वस्तु की खरीददारी समृद्धिदायक रहेगी। 25 अक्टूबर को पुष्य योग बन रहा है, रविवार होने के कारण रविपुष्य योग भी बन रहा है। इस बार दशहरे के दिन रवि पुष्य नक्षत्र सुबह 6:20 से रात को 1.20 तक रहेगा। जानिए विजयादशमी, विसर्जन और शस्त्र पूजन के शुभ मुहूर्त-
विजयादशमी की तारीख-25 अक्टूबर, रविवार
दशमी तिथि प्रारंभ – 25 अक्टूबर को सुबह 011:41 मिनट से
इस दिन पुष्य नक्षत्र सुबह 6:20 से रात को 1.20 तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 01:55 मिनट से 02 बजकर 40 तक।
अपराह्न पूजा मुहूर्त – 01:11 मिनट से 03:24 मिनट तक।
दशमी तिथि समाप्त – 26 अक्टूबर को सुबह 08:59 मिनट तक रहेगी।
मूर्ति विसर्जन के शुभ मुहूर्त:-
विसर्जन की तारीख और दिन – (26 अक्टूबर, सोमवार)
1. सुबह 6.30 से 8.35 तक
2. सुबह 10.35 से 11.30 तक
3. विजय मुहूर्त- दोपहर 1.30 से 2.50 तक।
4. अपराह्न मुहूर्त- दोपहर 3.45 से शाम 4.15 तक।
शस्त्र पूजा का शुभ मुहू्र्त:-
विजय मुहूर्त- दोपहर 1-55 से 2:40 बजे तक।
अपराह्न पूजा मुहूर्त- 01:11 से लेकर 03:24 बजे तक।