मुंबई:भारतीय एक दिवसीय क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज टी-20 चैलेंज और महिला बिग बैश लीग की तारीखों के टकराव से विदेशी खिलाड़ियों की हताशा समझती है लेकिन उनका मानना है कि बीसीसीआई ने कोरोना वायरस महामारी के बीच असामान्य हालात में चार मैचों के टूर्नामेंट के लिए अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। ऑस्ट्रेलियाई स्टार एलिसा हीली की अगुवाई में विदेशी खिलाड़ियों ने नुमाइशी मैचों की टाइमिंग पर सवाल उठाए चूंकि ये महिला बिग बैश लीग के दौरान ही हो रहे हैं। सितंबर में महिला टीम का इंग्लैंड दौरा रद्द करने के लिए भी भारतीय क्रिकेट बोर्ड की आलोचना हो रही है।
इस बारे में मिताली ने पीटीआई से कहा कि लोग बहुत जल्दी निर्णय तक पहुंच जाते हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह और आईपीएल संचालन परिषद के प्रमुख बृजेश पटेल का रवैया महिला क्रिकेट को लेकर काफी सकारात्मक रहा है। उन्होंने कहा कि मेरा निजी तौर पर मानना है कि हमें चैलेंजर ट्रॉफी खेलने का मौका भी नहीं मिलता क्योंकि आईपीएल भी होगा या नहीं, पता नहीं था। ऐसे में ये मैच स्वागत योग्य हैं। हीली, सूजी बेट्स, रशेल हैंस जैसी खिलाड़ियों की नाराजगी को लेकर मिताली ने कहा कि मुझे पता है कि कई विदेशी खिलाड़ियों ने टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं लेकिन ये हालात सामान्य नहीं है। आम तौर पर आईपीएल अप्रैल मई में होता है और महिला बिग बैश लीग से तारीखों का टकराव नहीं होता।
आईपीएल 19 सितंबर से यूएई में खेला जाएगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया में महिला बिग बैश लीग 17 अक्टूबर से 29 नवंबर के बीच होनी है दुबई में टी-20 चैलेंज मैच एक से 10 नवंबर तक खेले जाएंगे। मिताली ने कहा कि भारत में इस समय कोई खेल गतिविधि नहीं हो रही। अभी तक हमने अभ्यास भी शुरू नहीं किया। मेरे अपने राज्य में अभी जिम खुले हैं तो मैच फिटनेस हासिल करने में समय लगेगा। बोर्ड ने हमें वह विंडो दिया है और हमें उसके अनुसार ही तैयारी करनी होगी। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को अपना कैलेंडर नहीं बदलना पड़ा है लेकिन महामारी के कारण हमें ऐसा करना पड़ा। आईपीएल अप्रैल मई में नहीं हो सका। विदेशी खिलाड़ियों को हालात समझने चाहिए।