कामिका एकादशी व्रत। श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी कहा जाता है। इस एकादशई में भगवान विष्णु की आराधना की जाती है। इस एकादशी का व्रत रखने वालों को सभी पापों से मुक्ति मिलती है। कामिका एकादशी भगवान विष्णु का उत्तम व्रत माना जाता है।
सूर्य की कर्क संक्रांति प्रात: 10.46 बजे, संक्रांति पुण्यकाल सूर्योदय से सायं 4.37 बजे। सूर्य दक्षिणायन में श्रावण सोमवार व्रत। सूर्य उत्तरगोल वर्षा ऋतु। मध्याह्न 1.30 बजे से सायं 3 बजे तक राहुकालम्।
16 जुलाई, गुरुवार; 25 आषाढ़ (सौर) शक, 1942; 1 श्रावण मास प्रविष्टे 2077; 24 जिल्काद सन् हिजरी, 1441; श्रावण कृष्ण एकादशी रात्रि 11.45 बजे तक उपरांत द्वादशी, कृत्रिका नक्षत्र सायं 6.53 बजे तक फिर रोहिणी नक्षत्र, गंड योग रात्रि 12.18 बजे तक पश्चात वृद्धि योग, बव करण। चंद्रमा वृष राशि में (दिन-रात)। पं. वेणीमाधव गोस्वामी