गांधीनगर। महाप्राण पूज्य गुरुदेव श्री महाश्रमणजी के निर्देशानुसार साध्वी श्री आणिमाश्रीजी ठाणा-5 के चातुर्मासिक मंगल प्रवेश बसवनगुढी लोढा निवास से गांधीनगर तेरापंथ भवन में हुआ। साध्वी श्री मंगलप्रज्ञाजी ने अपनी अग्रजा भगिनी का अपनी सहवर्तीनी साध्वियों के साथ भावभीना स्वागत किया एवं भक्ति का दरिया प्रवाहित किया। श्रावक-श्राविकाओं की गरिमामय उपस्थिति स्वागत में श्रद्धा के सुमन अर्पित कर रही थी।
साध्वी श्री आणिमाश्रीजी ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा आज हमें आत्मिक तोष एवं हार्दिक आह्लाद की अनुभूति हो रही है क्योंकि आज पूज्यश्री के निर्देश का अक्षरशः पालन हो चुका है। पूज्यप्रवर के निर्देशानुसार हमारा चातुर्मासिक प्रवेश तेरापंथ भवन में हुआ है। यह अध्यात्म का मंगल प्रवेश है। आत्मिक उन्नयन का मंगल प्रवेश है। सुख-शांति का मंगल प्रवेश है। पूज्यप्रवर की प्रखर रश्मियों का मंगल प्रवेश है। पूज्यप्रवर द्वारा प्रेषित रश्मियों से आप अपने जीवन को आलौकित करे एवं जीवन का कायाकल्प करे। जीवन के कायाकल्प का पहला मंत्र है, अपनी सोच को निर्मल बनाए। यह वह मंत्र है जो सुबह भी हमे आंनद से भरेगा, सांझ भी आनंद से भरेगा एवं भरी दोपहरी में भी मन को शांति देगा।
साध्वी श्री ने कहा आज मेरे प्रवेश पर मेरी अनुजा भगिनी साध्वी मंगलप्रज्ञा मेरे स्वागत के लिए मेरे साथ आई है। हम नौ वर्षो तक साथ रहे। इस बार अलग-अलग चातुर्मास है किन्तु पूज्यप्रवर ने महती कृपा कर अलग पावस देकर भी साथ चातुर्मास करवाया है। मुझे लगता है मंगलप्रज्ञा जैसी भगिनी सौभाग्य से ही मिलती है। साध्वीश्रीजी ने तेरापंथी सभा, तेयुप महिला मंडल की सेवाओं का उल्लेख किया।
साध्वी श्री मंगलप्रज्ञाजी ने मंगल पाथेय प्रदान करते हुए कहा गांधीनगर तेरापंथ भवन बंगलुरू का सेंटर माना जाता है। आज साध्वी श्री के पदार्पण से ऊर्जामय बन गया है। श्रावक समाज साध्वी श्री जी से ऊर्जा प्राप्त कर ऊर्जा मय बना रहे। साध्वी श्री आणिमाश्रीजी हमारे धर्मसंघ की प्रख्यात एवं प्रथम पंक्ति में अवस्थित साध्वी है। पूरा बंगलुरू समाज आपके प्रभावशाली व्यक्तित्व एवं कर्तुत्व से अभिभूत है। साध्वीश्रीजी द्वारा प्रवाहित तप-जप संयम की गंगोत्री में अभिस्नान होकर जीवन को निर्मल पवित्र एवं पावन बनाए।
साध्वी श्री कर्णिकाश्रीजी ने अपने भावों की सुंदर एवं सारगर्भित प्रस्तुति दी। साध्वी सुदर्शनप्रभाजी, साध्वी राजुलप्रभाजी, साध्वी चैतन्यप्रभाजी, साध्वी शौर्यप्रभाजी ने भावपूर्ण गीत संगान के साथ साध्वीवृन्द का अभिनंदन किया। साध्वी सुदर्शनप्रभाजी ने विचार व्यक्त किए।
तेरापंथी सभा गांधीनगर के मंत्री श्रीप्रकाशजी लोढा ने कुशल संचालन किया। महिलामंडल ने सुमधुर स्वागत गीत के साथ मंगल संगान किया। तेरापंथ सभा उपाध्यक्ष दीपचंद नाहर, तेयुप अध्यक्ष रोहित कोठारी, महिलामंडल अध्यक्षा शांति सकलेचा अणुव्रत समिति अध्यक्ष कन्हैयालाल चिप्पड़, ट्रस्ट अध्यक्ष गौतमचंद मुथा, बजरंग जैन, शांतिलाल पितलिया, टी.पी. एफ से एम सी बरलोटा, महेन्द्र टेबा, बहादुर सेठिया, ललित आच्छा ने श्रद्धा रिक्त भावों के साथ साध्वीवृन्द का स्वागत किया।
साध्वी श्री आणिमाश्रीजी का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश
Leave a comment
Leave a comment