मुंबई:टीम इंडिया से बाहर चल रहे मनोज तिवारी ने कहा है कि यदि उन्हें ओलंपिक में भाग लेने की इजाजत मिली तो वह राइफल शूटिंग में भाग लेंगे। 34 साल के मनोज ने कहा कि यदि मुझे ओलंपिक में जाने की इजाजत मिली तो आप मुझे 10 मीटर राइफल शूटिंग में भाग लेते देखेंगे। लेकिन जैसा कि आप जानते हो कि निजी रूप से भी मुझे जिम्मेदारियां निभानी हैं। यह आसान नहीं होता, लेकिन देखिए क्या होता है।
मनोज तिवारी ने काऊ कॉर्नर क्रॉनिकल शो के दौरान यह बात की। उन्होंने कहा, ”मैं अपने व्यस्त शेड्यूल में से कुछ समय 10 मीटर राइफल शूटिंग को देना चाहता हूं। ओलंपिक में शूटिंग करना ऐसा, जो मैं करना चाहता हूं।”
मनोज तिवारी ने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू किया था। उऩ्होंने भारत के लिए 12 वनडे और तीन टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। 2015 से उन्होंने कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। जिंबाब्वे दौरे के बाद उन्हें ड्रॉप कर दिया गया था। तिवार अब इंडिया ए टी में भी नहीं हैं। शतक बनाने के बाद उन्हें 10 मैचों में प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया।
एक साल बाद श्रीलंका के खिलाफ अर्द्धशतक बनाने के बाद फिर उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। हालांकि वह बंगाल ए के लिए घरेलू क्रिकेट लगातार खेलते रहे। तिवारी 125 फर्स्ट क्लास, 163 लिस्ट ए और 178 टी20 मैच खेले। वह बंगाल का नेतृत्व करते हैं।
प्रभावशाली परफॉर्मेंस के बावजूद उन्हें 2019 और 2020 में आईपीएल नीलामी में नहीं खरीदा गया था। आईपीएल 2019 में कमेंटरी करते भी उन्हें देखा गया। मनोज तिवारी ने कोलकाता नाइट राइडर्स, दिल्ली कैपिटल्स, राइजिंग पुणे सुपर जाइंट्स और किंग्स इलेवन पंजाब के लिए आईपीएल में खेला है।
मनोज तिवारी ने कमेंटरी पर कहा कि यह एक आसान जॉब है। उन्होंने कहा, ”यह आसान है। आपको एसी रूम में बैठना होता है, जो मैदान पर हो रहा है उस पर कमेंट करना होता है और अपनी एक्सपर्ट राय देनी होती है।”