नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि देश में जितने भी कोरोनावायरस के संक्रमित हैं, उनमें से महज 0.33% ही वेंटीलेटर पर हैं। हर्षवर्धन ने बताया कि 1.5% मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट और 2.34% मरीज आईसीयू में हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह आंकड़े दर्शाते हैं कि हमारे देश में कोरोना मरीजों की देखभाल करने का स्तर क्या है। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट बढ़कर 24.5% हो गया है। इसमें लगातार इजाफा हो रहा है।
देश में अब तक कोरोना संक्रमण के 31, 500 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और अब तक 1026 लोगों की जान गई है।
हमारी कोशिशों में 5 गुना इजाफा हुआ- स्वास्थ्य मंत्री
उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमारी अप्रोच में पांच गुना ज्यादा इजाफा हुआ है। पहला- मौजूदा स्थिति के बारे में लगातार जागरूक कर रहे हैं, दूसरा- हम पहले से ही सक्रिय हैं, तीसरा- लगातार बदलते परिदृष्य में लगातार प्रतिक्रिया, चौथा- सभी सेक्टरों के बीच समन्वय, पांचवा- संक्रमण से लड़ाई में लोगों को जोड़ना।
हर्षवर्धन ने बताया कि भारत पहले भी आपात स्वास्थ्य परिस्थितियों और महामारी के समय भी चीजों को अच्छी तरह से संभालता रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद हमने इंटीग्रेटेड डिसीस सर्विलांस प्रोग्राम देशभर में लागू किया गया, जो कि महामारियों के समय लागू की जाने वाली व्यवस्था है। इसे आगे िडजिटल इनपुट से मजबूत किया गया। पिछले तीन दिनों से देश में संक्रमण के मामलों की दोगुना होने की दर 11.3 दिन है।
देश में रोजाना 60 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं- स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- रोजाना 60 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं। 288 सरकारी प्रयोगशालाएं 97 निजी लैब की चेन के साथ मिलकर काम कर रही हैं और 16 हजार कलेक्शन सेंटर पर सैंपल इकट्ठा किए जा रहे हैं। अगले कुछ दिनों में हम अपनी टेस्ट क्षमता एक लाख रोजाना करने पर काम कर रहे हैं। कोरोना की दवा आने में अभी वक्त है, ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन प्रभावी सामाजिक दवा के तौर पर काम कर रहे हैं। विज्ञान और तकनीकी मंत्रालय लगातार इस दिशा में काम कर रहा है, जिससे टेस्टिंग प्रक्रिया को तेज बनाया जा सके।