नई दिल्ली:इंडोनेशिया भागने की कोशिश में पकड़े गए आठ तबलीगी जमातियों ने चार्टर्ड विमान बुक कराया था। यह खुलासा मामले की जांच के दौरान हुआ है। दरअसल, लॉकडाउन के दौरान घरेलू के साथ ही अंतरराष्ट्रीय विमान परिचालन पर रोक है। ऐसे में केवल विशेष विमान- चार्टर्ड विमान और कार्गो सेवाओं का ही परिचालन हो रहा है। आठ जमातियों ने इस सुविधा की आड़ में पांच दिन पहले यहां से भागने का प्रयास किया था, लेकिन ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने इन्हें धर दबोचा और क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया, जहां से इन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है।
आठ ट्रेवल एजेंटों से पूछताछ: दबोचे गए जमातियों से ट्रेवल एजेंटों के जरिये चार्टर्ड विमान बुक कराने की बात का खुलासा होते ही पुलिस ने आठ एजेंटों से पूछताछ की। ये एजेंट मरकज में आने वाले जमातियों के लिए टिकट की व्यवस्था करते हैं। पुलिस अब इनसे पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इनके जरिये कितने जमातियों ने इस इस तरह से टिकट हासिल करने का प्रयास किया और कहीं कोई जमाती इसकी आड़ में विदेश तो नहीं निकल गया।
लोकेशन की जांच : मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच अब और सतर्क हो गईहै। जांच टीम ने अब इन ट्रेवल एजेंटों के संपर्क में आए विदेशी मूल के जमातियों की सूची तैयार की है और उनकी लोकेशन की जांच में जुट गई है।
कम दूरी के लिए इस्तेमाल: नागर विमानन महानिदेशालय से अनुमति लेते समय यात्रा का कारण व यात्री का ब्यौरा बताना पड़ता है। मलेशिया, इंडोनेशिया जैसी लंबी दूरी में चार्टर्ड प्लेन कम जाते हैं क्योंकि इन्हें रास्ते में बार-बार तेल लेना होगा। इसलिए चार्टर्ड विमान आसपास के राज्यों और कम दूरी के लिए ज्यादा इस्तेमाल होते हैं। कई के फोन हैं ऑफ क्राइम ब्रांच सूत्रों की मानें तो मरकज आए विदेशी मूल के 21 से ज्यादा लोगों के फोन स्विच ऑफ हैं। पुलिस इनका पता लगाने में जुटी है। वहीं क्राइम ब्रांच ने छापेमारी में बरामद दस्तावेज की भी जांच कर रही है।
कुल 2041 विदेशी आए थे: मरकज में मार्च महीने में चीन समेत 67 देशों से 2041 विदेशी आए थे। इनमें सबसे ज्यादा इंडोनेशिया, बांग्लादेश और थाईलैंड के हैं। इसनके अलावा देश के 18 राज्यों से भी तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के आने की सूचना है, जिसकी पूरी गहनता के साथ तफ्तीश की जा रही है। इसके अलावा प्रतिदिन दिल्ली-एनसीआर के हजारों लोग भी मरकज आते-जाते थे, उनपर भी क्राइम ब्रांच की नजर है।
दिल्ली हवाईअड्डे पर सामान्य दिनों में रोजाना पांच से छह चार्टर्ड विमान आवाजाही करते हैं। आईजीआई एयरपोर्ट पर अलग-अलग निजी कंपनियां इनका संचालन करती हैं। प्रत्येक उड़ान से पहले नागर विमानन महानिदेशालय से अनुमति लेनी अनिवार्य होती है। महानिदेशालय की अनुमति के बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोलर, कस्टम विभाग व अन्य एजेंसियां इस परिचालन में शामिल होती हैं। यह प्लेन प्रति घंटे के हिसाब से बुक होते हैं, जिन्हें बड़े अस्पताल या फिर कारोबारी आवाजाही के लिए बुक करवाते हैं।
सभी देशों के लोग बारी-बारी से वापस जा रहे हैं। सबकी स्पेशल फ्लाइट की जा रही है। पिछले हफ्ते इंडोनेशिया की भी जा रही थी तो आठ जमाती पहुंच गए थे। इनको ब्यूरो आफ इमिग्रेशन ने पकड़ा और क्वारंटाइन में ले गए।
-विदेश मंत्रालय