नई दिल्ली:युवा भारतीय क्रिकेटर पृथ्वी शॉ ने लीजेंड सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानते हैं। पृथ्वी अक्सर सचिन तेंदुलकर की तारीफ करते हैं और कहते हैं कि उनकी सफलता के पीछे मास्टर ब्लास्टर का बड़ा हाथ है। अब पृथ्वी ने एक बार फिर से सचिन तेंदुलकर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा मेरी मदद की है। साथ ही मैंने अपने खेल को बेहतर करने में हर बार सचिन तेंदुलकर की सलाह ली है।
पृथ्वी शॉ ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में बताया, ”जब भी सचिन मुंबई में होते हैं तो मेरी बल्लेबाजी देखने जरूर आते हैं।” पृथ्वी शॉ ने बहुत कम वक्त में क्रिकेट की दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। स्कूल लेवल, आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप से भारतीय क्रिकेट टीम का सफर पृथ्वी के लिए काफी दिलचस्प रहा है।
उन्होंने रणजी ट्रॉफी में डेब्यू मैच में शतक लगाया। दिलीप ट्रॉफी में डेब्यू किया और इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया और तीन अंकों के स्कोर तक पहुंचे। पृथ्वी शॉ ने अपनी बल्लेबाजी पर सचिन तेंदुलकर के प्रभाव को स्वीकार किया।
उन्होंने कहा, ”जब भी सचिन सर मुंबई में होते हैं मैं उनसे मिलने की कोशिश करता हूं। यदि मैं अभ्यास कर रहा हूं और सचिन सर फ्री तो वह नेट पर मुझे देखने और सलाह देने आते हैं।” पृथ्वी ने बताय कि जब भी मुझे बल्लेबाजी में परेशानी होती है या किसी तरह की सलाह की जरूरत होती है तो सचिन सर हमेशा मेरे साथ खड़े दिखाई पड़ते हैं।
पृथ्वी ने कहा, ”सचिन सर ने मुझे कह रखा कि जब मैं उन्हें कभी भी फोन या मैसेज कर सकता हूं। मेरी क्रिकेट यात्रा में उन्होंने मेरी बहुत मदद की है।” 2018 में अंडर 19 विश्व कप जीतने के बाद पृथ्वी शॉ काफी लोकप्रिय हो गए थे। भारतीय क्रिकेटर राहुल द्रविड़ इस टीम के मेंटर थे।
पृथ्वी शॉ ने अपनी सफलता का क्रेडिट सचिन के साथ-साथ राहुल द्रविड़ को भी दिया। उन्होंने कहा कि राहुल द्रविड़ सर ने मुझे मानसिक रूप से मजबूती दी है। पृथ्वी शॉ ने बताया, ”राहुल सर ने मेरे क्रिकेट जीवन में बहुत बड़ा रोल प्ले किया है। साथ ही उन्होंने मैदान से बाहर भी हमेशा मेरी मदद की है। खुद एक प्रतिबद्ध और अनुशासित खिलाड़ी रहे राहुल सर मुझे से बहुत से मुद्दों पर बात करते हैं। मैंने उनसे पिछले तीन चार सालों में बहुत कुछ सीखा है।”