नई दिल्ली:क्रिकेट फैन्स का अपने चहेते खिलाड़ी पूर्व कप्तान और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी का फिर से क्रिकेट मैदान पर खेलते देखने का इंतजार बढ़ गया है। वो काफी समय से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हैं। उन्होंने अपना लास्ट इंटरनेशनल मैच पिछले साल आईसीसी वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था जहां भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद वो लंबे ब्रेक पर चले गए। धोनी की वापसी पर पूर्व चयनकर्ता और स्पिनर वेंकटपति राजू ने बताया है कि आखिर क्यों उनकी राष्ट्रीय टीम में वापसी मुश्किल हो सकती है।
‘द हिन्दु’ से बातचीत में वेंकटपति राजू ने बताया कि एमएस धोनी की वापसी की राहें इसलिए मुश्किल हैं क्योंकि उन्हें क्रिकेट खेले हुए 8 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। माना जा रहा था कि धोनी आईपीएल 2020 में बेहतरीन प्रदर्शन कर टीम इंडिया में वापसी कर सकते हैं लेकिन कोरोना वायरस की वजह से आईपीएल को 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया है।
पूर्व चयनकर्ता ने बताया कि धोनी पिछले 15 साल से मैच विनर खिलाड़ी रहे हैं। उनकी एक बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है। लेकिन किसी भी खिलाड़ी के लिए इतने लंबे ब्रेक के बाद वापसी आसान नहीं होती। धोनी की वापसी आईपीएल के प्रदर्शन पर निर्भर करती है। भारत की ओर से 28 टेस्ट और 53 वनडे खेल चुके राजू ने कहा, ‘कोई भी खिलाड़ी यदि घरेलू या इंडिया ए सीरीज के तहत प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में अच्छा खेलता है तो वह दावेदारों में बना रहता है।
यहां पर धोनी को किसी और को साबित करने की जरूरत नहीं है बल्कि उन्हें खुद को ये दिखाना है कि वह अब भी अपना खेल वैसे ही जारी रख सकते हैं जैसे वह पहले खेलते थे। यहां उम्र भी एक बड़ा फैक्टर है। इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना आसान नहीं होता। यहां पर आपको अलग तरह की फिटनेस और कौशल की जरूरत होती है।