इस हफ्ते रिलीज एवं धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले जी स्टूडियो के सहयोग से निर्मित विकी कौशल स्टारर फिल्म ‘भूत-द हंटेड शिप’ इंट्रेस्टिंग तो है लेकिन पूरी तरह डराने में कामयाब नहीं हुई है। बावजूद इसके फिल्म में विकी कौशल की एक्टिंग व कहानी अच्छी बन पड़ी है। फिल्म में विकी कौशल के अलावा भूमि पेडनेकर, आशुतोष राणा, सिद्धांत कपूर एवं सारा गेसावत आदि ने मुख्य भूमिका निभाई है। ‘भूत-द हंटेड शिप’ का निर्देशन भानू प्रताप सिंह ने किया है।
कहानीः एक चार मंजिली शिप मुंबई के सुमुद्री तट पर अचानक आ जाती है। जिसे लेकर शिपिंग विभाग व आसपास के लोगों में असमंजस में पड़ जाते हैं। चूंकि इस शिप में कोई भी व्यक्ति नहीं है और काफी पुरानी भी है इसलिए कोई कहता है शिप भटक कर आ गई है तो कोई पड़ोसी देश की साजिश करार देता है, हालांकि एक पुराने शिप वगैरह खरीदने वाला व्यक्ति इसे भूतिया बताता है लेकिन उसकी बात पर कोई भरोसा नहीं करता। शिपिंग विभाग में अफसर पृथ्वी (विकी कौशल) जो अक्सर खतरे मोल लेते रहते हैं, शिप की जांच पड़ताल के लिए उसमें घुस जाता है, जहां उसे किसी साए के होने का आभास होता है, इसके बावजूद वह शिप के बारे में पता करने की जिद पर अड़ा रहता है। कई बार तो वह अचानक अकेले शिप में चले जाता है, जिसमें उसे काफी दिक्कतें होती हैं। इस बीच शिप के सोर्स के बारे में पता चलता है और उसे कुछ राज एक वीडियो के जरिए पता चलता है, जिसके अनुसार एक बच्ची का जन्मदिन इसी शिप में मनाया जाता है और बाद में शिप के सारे मेंबर समुद्र में कूद जाते हैं लेकिन इसमें वह बच्ची कहीं नजर नहीं आती। चूंकि कुछ वर्षों पहले पानी में ही एक हादसे के दौरान पानी में ही पृथ्वी अपनी पत्नी और बेटी को भी गंवा चुका है इसलिए वह इसके राज को पता करने के लिए और भी उत्सुक हो जाते हैं। इसी बीच उसकी मुलाकात तांत्रित जोशी (आशुतोष राणा) से होती है। आगे की कहानी आप खुद थिएटर जाकर देखें तो ज्यादा बढ़िया रहेगा।
अभिनय/निर्देशनः विकी कौशल अच्छे अभिनेता हैं, इस बात को उन्होंने इस बार भी साबित किया है। आशुतोष राणा का रोल काफी कम है तथा उनका उपयोग भी काफी कम हुआ है जबकि भूमि पेडणेकर छोटे से रोल में अच्छी लगी हैं। बाकी किरदारों ने भी अपना पार्ट ठीक निभाया है लेकिन स्क्रीन पर सबसे अधिक महत्व विकी कौशल को ही मिला है। यदि निर्देशन की बात करें तो भानू प्रताप सिंह हॉरर क्रिएट करने में असफल रहे हैं। पूरी फिल्म में एक ही बार डरावना महसूस हुआ है, बाकी सीन्स पर कई दर्शक हंसते नजर आए। अंत में पार्ट टू के मैसेज के चक्कर में फिल्म का क्लाइमेक्स अधूरा सा रह गया।
सुरभि सलोनी की तरफ से ‘भूत-द हंटेड शिप’ को 2.5 स्टार।
- दिनेश कुमार ([email protected])