मुंबई: वर्धा जिले के हिंगणघाट में सोमवार को महिला कॉलेज लेक्चरर को पेट्रोल डालकर जलाने के मामले की पैरवी सरकारी वकील उज्जवल निकम करेंगे। महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को निकम को इस मामले में पीड़ित की तरफ से वकील नियुक्त किया है। निकम 2008 में मुंबई में आतंकी हमले सहित कई चर्चित मामलों की पैरवी कर चुके हैं।
हिंगणघाट में 3 फरवरी को शादीशुदा सिरफिरे ने कॉलेज लेक्चरर 25 वर्षीय अंकिता पिसुदे को सड़क पर पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की थी। इसमें अंकिता गंभीर रूप से झुलस गई। उसकी आवाज जा चुकी है। वह सांस भी नहीं ले पा रही। आंखों की रोशनी भी बच पाने की उम्मीद भी कम है।
अंकिता को नागपुर स्थित ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। आरोपी युवक विकेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सीएम उद्धव ठाकरे ने पीड़ित का इलाज मुख्यमंत्री राहत कोष से करवाने की घोषणा की है। वहीं, गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा- नवी मुंबई के नेशनल बर्न सेंटर के विशेषज्ञ सुनील केसवानी को नागपुर भेजा गया है। वे पीड़ित के ईलाज को सुपरवाइज करेंगे।
पहले से फिराक में था सिरफिरा, स्कूटी से पेट्रोल निकाला और आग लगा दी थी
वर्धा जिले के दरोदा गांव की रहने वाली अंकिता पिसुदे महिला कॉलेज में लेक्चरर है। वह सोमवार सुबह 7:15 बजे रोज की तरह 75 किमी दूर कॉलेज जाने के लिए बस में सवार हुई। हिंगणघाट में कॉलेज नजदीक आने पर बस से उतरी। वहां पहले से मौजूद अंकिता के ही गांव का रहने वाला विकेश नागराल अपनी स्कूटी से पेट्रोल निकालकर अंकिता के पास आया। अंकिता कुछ समझ पाती, इससे पहले विकेश ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और वहां से भाग निकला था।