क्या आप नए साल पर अपने पार्टनर के साथ कैंडल लाइट डिनर की प्लानिंग कर रहे हैं? तो जरा एक स्टडी पर आधारित खबर पढ़ लीजिए।
स्टडी के मुताबिक, कपल्स का कैंडल लाइट डिनर कर प्यार जताने का यह अंदाज हेल्थ के साथ ही प्रदूषण भी फैलाता है। कैंडल्स बनाने के लिए पैराफीन वैक्स का इस्तेमाल होता है और जब आप इन्हें किसी रूम में बैठकर जलाते हैं, तो आप साफ तौर पर एयर प्रदूषण के जिम्मेदार हैं। नेशनल मीटिंग में पेश की गई इस स्टडी में कहा गया है कि कैंडल लाइट डिनर अगर एसी और बंद कमरे में बैठकर हो रहा है, तो आपकी हेल्थ पर असर पड़ना तय है। इसलिए इस डिनर को करने के लिए बंद रूम की बजाय अच्छी वेंटिलेशन वाली जगह चुनें।
इन गैसों का होता है रिसाव
स्टडी से जुड़े आमिद हमीदी का मानना है कि कभी-कभार पैराफीन की कैंडल जलाने से कोई खतरा नहीं है, लेकिन रोजाना या फिर बहुत सारी कैंडल्स एक साथ जलाने से आपको नुकसान हो सकता है। यहां तक कि कुछ लोग अपने बाथ टब के चारों ओर भी कैंडल जलाते हैं। ऐसे लोगों को एलर्जी और बेचैनी की शिकायत भी हो जाती है। कैंडल्स में मौजूद पैराफीन वैक्स में कम से 20 जहरीले तत्व होते हैं। इसमें खास हैं ट्रीचोरोंएथाने, एसीटोन, सायलेन, फिनोल, क्रिसोल, चोलोरोबेंजोन वगैरह। जब कैंडल जलाई जाती है, तो आस-पास के वातावरण में उसके जहरीले तत्व फैल जाते हैं, जिससे जब लोग सांस लेते हैं, तो ये तत्व अंदर चले जाते हैं। फिजिशियन डॉक्टर अजय महाजन कहते हैं कि कैंडल्स में मौजूद पैराफीन वैक्स अस्थमा और सांस की प्रॉब्लम्स पैदा कर सकता है। दरअसल, जब ये जलती हैं, तो इनसे एक तरह की स्मेल निकलती है जो लंग्स पर असर डालती है। कैंडल्स के धुएं से बहुत सारे लोगों को सिरदर्द हो जाता है।