ठाणे। साध्वी श्री अणिमाश्रीजी एवं साध्वी श्री मंगलप्रज्ञाजी ठाणे 6 का ठाणे के ऐतिहासिक पावस की परिसम्पन्नता के पश्चात गुरुदर्शनों हेतु हुबली कर्नाटक की ओर मंगल विहार हो रहा है। साध्वी वृन्द का भिक्षु महाप्रज्ञ ट्रस्ट के सरंक्षक निर्मल श्रीश्रीमाल के यंहा से ऐरोली तेरापंथ भवन में पदार्पण हुआ। सैकड़ो भाई-बहन पदयात्रा में संभागी बने। मार्ग चलता हर राहगीर विशाल जुलूस के साथ साध्वीवृन्द को पदयात्रा करता देख अचंभित था।
साध्वी अणिमाश्रीजी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा तेरापंथ भवन ऐरोली में आज संत समागम से मेला लग गया है। संतो की सन्निधि मंगलकारी होती है और जीवन मे कल्याण का पथ प्रशस्त करती है। विगत चार माह में ठाणा क्षेत्र अध्यात्म का अभिसिंचन पाकर उर्वरक भूमि बन गया है। ऐरोली ठाणे का निकटवर्ती क्षेत्र होने से सहज लाभ मिल गया। जीवन की संकरी पगडंडी के अंधेरे को उजाले में बदलने की ताकत है गुरु की ऊर्जा एवं गुरु का आशीर्वाद। जंहा कंही भी गुरु की अमृत भारी नजर टिकती है, वंहा मिट्टी सोना बन जाती है, बोना भी सलोना बन जाता है। अपेक्षा है श्रावक समाज गुरुभक्ति के महासागर में डुबकियां लेता रहे। सुख-समृद्धि के मोती हस्तगत करे।
साध्वी मंगलप्रज्ञाजी ने कहा हमे दुर्लभ श्रावकत्व की प्राप्ति हुई है। संयम, सहजता, सरलता, समता व श्रद्धा से श्रावकत्व को पुष्ट करते रहे।
ठाणा सभामंत्री जितेंद्र बरलोटा, ऐरोली सभाध्यक्ष महेंद्र बोहरा, तेयुप अध्यक्ष धीरज बोहरा, संयोजिका संगीता बोहरा ने अपने विचार रखे। थाने कन्यामंडल से निशा धोका, विश्वा बरलोटा, राशि श्रीश्रीमाल, अंजली इंटोदिया, दिशा, रिया, जय श्रीश्रीमाल ने पहली बार ठाणे से ऐरोली तक पदयात्रा कर अपने उत्साह का परिचय दिया।
साध्वी वृन्द का ऐरोली में भव्य स्वागत
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