चेम्बूर। जैन विश्व भारती समण संस्कृति संकाय लाडनूं के तत्वाधान में चेंबूर तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशानुसार जैन विद्या परीक्षा प्रमाण पत्र वितरण का आयोजन तेरापंथ सभा भवन में किया गया। सर्वप्रथम मुनि श्री सुमेरमल जी सुदर्शन जिन्होंने समण संस्कृति संकाय को प्राणवान बनाया उनका लोग्गस के साथ सभी ने हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र मंत्रोच्चार के द्वारा किया गया। महिला मंडल की बहनों ने जैन विद्या की गीतिका से मंगलाचरण किया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन केंद्र व्यवस्थापक सुशील जी हिरण ने किया। सभी अतिथियों का स्वागत मुंबई अणुव्रत के उपाध्यक्षा श्रीमती कंचन जी सोनी ने किया। गत वर्ष परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर आकर मोनिका जी धाकड़, ममता जी कच्छारा, वनीता जी हिरण ने चेंबूर का नाम रोशन किया उनका सम्मान समण संस्कृति संकाय की राष्ट्रीय सह संयोजिका श्रीमती प्रेमलता जी सिसोदिया, मुंबई महिला मंडल की अध्यक्षा जयश्री बडाला द्वारा किया गया।
जोड़े के रूप में जिन्होंने परीक्षा दी। विशेष योग्यता आने वाले व प्रथम, द्वितीय, तृतीय आने वाले का चेंबूर सभा अध्यक्ष श्रीमान मूलचंद जी लोढा, तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष श्रीमान दिनेश जी गादिया, मंत्री रमेश जी डागलिया, महिला मंडल की संयोजिका अंजू जी कोठारी, सह संयोजिका श्रीमती जूली जी परमार ,पूर्व केंद्रीय व्यवस्थापिका श्रीमती कंचन जी सोनी, महिला मंडल के सुंदरी जोन की संयोजिका कल्पना जी परमार ने प्रमाण पत्र व गिफ्ट्स के द्वारा सम्मान किया।
श्रीमती प्रेमलता जी सिसोदिया ने जैन विद्या पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि जितने भी पदाधिकारी हैं उनको जैन विद्या की परीक्षा तो देनी ही चाहिए, गुरुदेव का यह सपना है कि हमे श्रावक कार्यकर्ता चाहिए केवल कार्यकर्ता ही नहीं। भाग वन की परीक्षा तो अनिवार्य रूप से देनी चाहिए ताकि जैन धर्म की मौलिक मर्यादा व हम तेरापंथी क्यों हैं, इसके बारे में पता चले। मुंबई महिला मंडल की संयोजिका श्रीमती जयश्री जी बडाला ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा बहनें फॉर्म भरें व परीक्षा में बैठे और परीक्षा के डर को भगाएं। स्वाध्याय करना है और आगे बढ़ते रहना है जो भी करना है हमें आज करना है कल के भरोसे नहीं बैठना है।
पूर्व केंद्र व्यवस्थापिका श्रीमती कंचन जी सोनी का अपनी सेवाओं के लिए समस्त पदाधिकारियों ने शॉल के द्वारा सम्मान किया। आभार ज्ञापन सह केंद्र व्यवस्थापिका टीना जी हिरण ने किया। कार्यक्रम को सफल से सफलतम बनाने के लिए महिला मंडल की संयोजिका अंजू जी व उनकी टीम ज्ञानशाला के जीतमल जोन संयोजिका वनीता जी हिरण व महिला मंडल की बहनों का विशेष सहयोग रहा।
चेम्बूर में जैन विद्या परीक्षा प्रमाण पत्र वितरण
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