चेन्नई। तेरापंथ ट्रस्ट तड़ियारपेट के तत्वावधान में भगवान महावीर निर्माण कल्याणक महोत्सव पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए मुनि श्री ज्ञानेंद्रकुमार ने कहां की भगवान महावीर का अहिंसा, अपरिग्रह और अनेकांत दर्शन ही विश्व को विनाश से बचा सकता हैं। भगवान महावीर की वाणी को जीवन में उतारने से, आचरण में लाने से ही जीवन में परिवर्तन आ सकता हैं। आज भगवान महावीर की वाणी को जन जन तक पहुंचाने का समय आ गया है, ताकि समस्त मानव जाति को शांति, प्रेम, सद्भाव, नैतिकता, मानवता का संदेश दिया जा सके। मुनि श्री ने भगवान महावीर के अंतिम समय का विस्तार पूर्वक उल्लेख करते हुए अनेक ऐतिहासिक घटनाओं का वर्णन किया।
मुनि श्री विमलेश कुमार ने कहा कि आत्मज्ञान प्राप्त करना सरल नहीं है, इसके लिए हमें महावीर की तरह समस्त भौतिक आकांक्षाओं को द्रव्य और भाव दोनों प्रकारों से छोड़कर आत्म साधना में लगना होगा। भगवान महावीर की वाणी को हमें सिर्फ तोते की तरह पढ़ना या रटना ही नहीं अपितु गहराई से समझ कर हृदयगम करना है।
इस अवसर पर तेरापंथ सभा अध्यक्ष श्री विमल चिप्पड़ ने समस्त समाज को नववर्ष की शुभकामनाएं प्रेषित की। तेरापंथ ट्रस्ट तड़ियारपेट के अध्यक्ष इंदरचंद डूंगरवाल ने बताया कि मुनि श्री के सानिध्य में 3 दिवसीय दीपावली मंत्र शक्ति अनुष्ठान का आज समापन हुआ, जिसमें तीनों ही दिन 300 साधकों की उपस्थिति रही। नव वर्ष के पावन अवसर पर मुनि श्री के मुखारविंद से 29 अक्टूबर मंगलवार को प्रातः 9:00 बजे महा मांगलिक का कार्यक्रम होने वाला है। जिसमें आचार्य श्री तुलसी जन्म दिवस मनाया जाएगा और इस अवसर पर तेरापंथ सभा चेन्नई द्वारा चंदादेवी डागा प्रेक्षा सेवा संस्कार पुरस्कार प्रेक्षा के क्षेत्र में चेन्नई के प्रेक्षा प्रशिक्षक श्री विनोद हिरण को प्रदान किया जाएगा।
भगवान महावीर की वाणी जन कल्याणी : मुनि श्री ज्ञानेंद्रकुमार
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