बस्ती ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में कप्तानगंज थानांतर्गत गौर ब्लॉक के हरदी निवासी बसपा नेता को सवर्णों ने दिन दहाड़े कई राउंड फायरिंग कर गोलियां गोलियों से भून दिया। जिसके बाद गंभीर रूप से घायल गम्मज को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होते देख डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ के लिए रेफर कर दिया। सूत्रों से पता चला है कि मामले में आरोपियों की पहचान हो चुकी है, जिनमें से एक आरोपी को पुलिस ने हमले के लगभग ढाई घंटे के अंदर गिरफ्तार भी कर लिया है। सभी हमलावर सवर्ण (ब्राह्मण) हैं। उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि भी रही है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, हरदी निवासी क्षेत्र के बसपा नेता रामराज उर्फ गम्मज सपत्नीक मोटरसाईकिल से कहीं जा रहे थे। वे जैसे ही सुकरौली के पास पहुंचे पीछे से आए पल्सर सवार तीन हमलावरों ने गम्मज पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। जो उनके सर व पेट में लगी। गोली लगते ही रामराज मोटरसाईकिल लेकर गिर पड़े जिसमें उनकी पत्नी भी घायल हो गईं। हालांकि उनकी पत्नी को गोलियां नहीं लगी हैं जबकि गम्मज की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, हमलावरों में उनके पैतृक गांव इटहिया निवासी कृष्ण कुमार तिवारी उर्फ झिनकान, अशोक कुमार तिवारी तथा सिकटा निवासी उमेश कुमार शुक्ला शामिल थे। प्रथम दृष्ट्या मामला जातीय दबंगई का है, हालांकि असली वजह अभी तक सामने नहीं आई है। जानकारी के अनुसार, रामराज (गम्मज) प्रतिष्ठित बसपा नेता होने के साथ ही क्षेत्र में काफी दबदबा भी रखते हैं। दलित समाज के हर सुख-दुख में शामिल होने वाले व्यक्ति हैं। उनकी भतीजी दीपिका गौतम जिला पंचायत सदस्य भी है।
उल्लेखनीय है कि इस समय उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा सा गया है, अगर कहीं बचा भी है तो कुछ जातियों को दबाने या उनके दमन के लिए ही इश्तेमाल हो रहा है। जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट तक टिप्पणी कर चुका है लेकिन अभी तक प्रशासन इसे सुधारने में बिल्कुल भी सफल नहीं हो सका है। आए दिन दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं, उन्हें गोलियां मारी जा रही है लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने की वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
सवर्णों ने बसपा नेता को मारी गोली, गंभीर रूप से घायल गम्मज लखनऊ रेफर
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जब से केंद्र और प्रदेश में सरकार बीजेपी की बनी है तब से लगातार दलितों पिछड़ों पर हमले होते रहे हैं