मुंबई:महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद उम्मीदवारों के नाम ऐलान और नामांकन का प्रक्रिया भी पूरी हो गई है। लेकिन इस बीच पूरे महाराष्ट्र में जिस सीट को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा है वो है नागपुर की दक्षिण-पश्चिम सीट। ये वही सीट है जहां से बीजेपी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को उम्मीदवार बनाया है। जबकि कांग्रेस ने इस सीट से आशीष देशमुख को उम्मीदवार घोषित किया है।
बता दें कि इस सीट पर पिछले दो बार के चुनावी आंकड़े देखे तो यह सीट देवेंद्र फडणवीस के कब्जे में रही है। लेकिन ये बात है कि यहां कि दूसरे नंबर पर कांग्रेस ही रही है। 2009 के विधानसभा चुनाव में देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस के उम्मीदवार विकास पांडुरंग ठाकरे को मात देते हुए जीत हासिल की थी। इस चुनाव में ठाकरे को 61483 मिले थे तो दूसरी ओर देवेंद्र फडणवीस को 89258 वोट मिले थे।
इसके बाद साल 2014 के विधानसभा चुनाव में देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर इसी सीट से चुनाव मैदान में उतरे। कांग्रेस ने देवेंद्र फडणवीस को टक्कर देने के लिए प्रफुल्ल विनोद गुणाधे को मैदान में उतार था। लेकिन इस बार भी देवेंद्र फडणवीस ने जीत हासिल की। चुनाव देवेंद्र फडणवीस को 1,13,918 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार गुणाधे को 54976 मिले। इसी जीत के साथ देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी बन गए। मुख्यमंत्री के बाद इस सीट पर उनकी पकड़ पहले से कही ज्यादा मजबूत हो गई।
कांग्रेस ने इस बार भी बदला प्रत्याशी
कांग्रेस ने इस बार देवेंद्र फडणवीस को टक्कर देने के लिए बीजेपी के पूर्व विधायक रहे आशीष देशमुख को चुनाव मैदान में उतारा है। देशमुख के बारे में आपको बता दें कि अलग विदर्भ राज्य की मांग के प्रबल समर्थक हैं। आशीष के पिता रंजीत देशमुख हैं जो कि महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं और राज्य मंत्री भी। 2004 के विधानसभा चुनाव में देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से रंजीत को मात दी थी। दूसरी ओर से आशीष देशमुख जो कि 2014 में बीजेपी के टिकट पर काटोल सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। लेकिन पिछले साल अक्टूबर में उन्होने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया।