मुंबई: रविवार, 13 अक्टूबर को श्री तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन के चुनाव में अध्यक्ष के रूप में के एल परमार चुने गए। गौरतलब है कि इससे पहले अध्यक्ष रूप में सुरेंद्र कोठारी और मंत्री के रूप में कमलेश बोहरा संस्था में अपनी सेवा दे रहे थे। कांदीवली भवन के प्रांगण में चुनाव अधिकारी बी.सी भलावत और बाबुलाल बाफना के मार्गदर्शन और निर्देशन में आयोजित हुई इस प्रक्रिया में के एल परमार 1 वोट से विजयी घोषित हुए। चुनाव में कुल 47 वोट पड़े जिसमें से के एल परमार को 24 और शांतिलाल बरलेचा को 23 वोट पड़े। यही वजह है कि के एल परमार को चुनाव अधिकारियों ने विजयी घोषित किया।
मुनि श्री महेंद्र कुमार जी ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि हमें एकता का संदेश देना है। 2023 में गुरुदेव का पदार्पण होने जा रहा हैं। ऐसे में सम्पूर्ण समाज को एक होकर काम करना हैं।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष के एल परमार ने आगम मनीषी मुनि श्री महेंद्र कुमार जी से मंगल पाठसुना। साथ ही नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने कहा कि समाज ने जो जिम्मेदारी सौंपी है उस पर खरा उतरने की कोशिश करूँगा साथ ही इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए सम्पूर्ण समाज का सहयोग की अपेक्षा हैं।
इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ जनों में रमेश धकाड, ख्यालीलाल तातेड़, जगदीश उमरिया, विनोद कच्छारा, बाबुलाल कच्छारा, बाबुलाल समदरिया, सुनील कच्छारा, अर्जुन चौधरी, अशोक तातेड़, महेंद्र तातेड़, भीकमचंद नाहटा, मानक धींग, बाबुलाल राठौड़, विनोद बोहरा, नवरत्न गन्ना, देवीलाल श्री श्रीमाल, जयंतीलाल बरलोटा, नरेंद्र तातेड़, विजय पटवारी, भगवतीलाल पटवारी, जगदीश परमार, शांतिलाल कोठारी, सुंदर परमार, कुलदीप बैद, प्यारचंद मेहता, दलपत बाबेल, भूपेश कोठारी, मनीष कोठारी, हस्तीमल परमार, जगदीश परमार, सुनील इनटोदिया, महेश बाफना, नरेश सोनी, नरेश चपलोत, रिंकू बाफना, मांगीलाल छाजेड़, पवन ओस्तवाल, सुरेश बाफना, प्रकाश धींग, रमेश बडाला, मनोज ढलावत, दिनेश सिंघवी, कान्तिलाल परमार, अशोक बाफना, धनराज सिंघी, जवेरिमाल नवलखा, जयचंद सांखला, दीपक डागलिया, नरेंद्र बांठिया आदि ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष केे प्रति शुभकामनाएं व्यक्त की।