शाहजहांपुर: पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद पर शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में पेश किया गया। इन-कैमरा सुनवाई के दौरान छात्रा ने अदालत से कहा कि वह अपने घर वापस नहीं जाना चाहती, उसने अपने अभिभावकों को दिल्ली बुलाने की अपील की। जस्टिस आर भानुमती और जस्टिस एएस बोपन्ना की बेंच ने रजिस्ट्री को निर्देश दिए कि छात्रा 4 दिन तक दिल्ली में रहेगी। इस दौरान उसकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
एसएस लॉ कॉलेज की छात्रा 23 अगस्त को हॉस्टल से गायब हो गई थी। यह कॉलेज चिन्मयानंद का है। छात्रा के पिता ने स्वामी चिन्मयानंद पर अपहरण और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज कराया था।
सुप्रीम कोर्ट ने छात्रा को पेश करने का आदेश दिया था
छात्रा 23 अगस्त को लापता हो गई थी। उसे 7 दिन बाद शुक्रवार को पुलिस ने राजस्थान से बरामद किया। वह एक युवक के साथ थी। सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए वकील से छात्रा की लोकेशन के बारे में जानकारी मांगी थी। इसके बाद योगी सरकार को लड़की को पेश करने का निर्देश दिया था।
प्रियंका गांधी ने मामले को लेकर योगी सरकार को घेरा
छात्रा का वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला सुर्खियों में आया था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर योगी सरकार पर हमला बोला। उधर, छात्रा के पिता की शिकायत के बाद चिन्मयानंद के वकील ने भी अज्ञात पर पांच करोड़ की रंगदारी मांगने और ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वकील ने कहा था कि स्वामी चिन्मयानंद को साजिश के तहत बदनाम किया जा रहा है। वे निर्दोष हैं। हालांकि, स्वामी चिन्मयांनद का इस विषय में कोई बयान नहीं आया।
वीडियो में जैसा छात्रा ने कहा-
मैं एसएस लॉ कॉलेज में पढ़ती हूं। एक बहुत बड़ा नेता बहुत लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर चुका है। मुझे और मेरे परिवार को भी जान से मारने की धमकी देता है। मैं इस टाइम कैसे रह रही हूं, मुझे ही पता है। मोदी जी प्लीज… योगी जी प्लीज मेरी हेल्प करिए आप। वह संन्यासी, पुलिस और डीएम सबको अपनी जेब में रखता है। धमकी देता है कि कोई मेरा कुछ नहीं कर सकता। मेरे पास उसके खिलाफ सारे सबूत हैं। आपसे अनुरोध है कि मुझे इंसाफ दिलाएं।’