जकार्ता:भारत के युवा मुक्केबाज 22 साल के अमित पंघल ने 18वें एशियाई खेलों में पुरुषों की 49 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस साल आॅस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में रजत जीतने वाले अमित पंघल ने 18वें एशियन गेम्स के 14वें दिन शनिवार को रियो ओलम्पिक-2016 के रजत पदक विजेता उज्बेकिस्तान के हसनबॉय दुसामाटोव को बेहद रोचक और कड़े मुकाबले में 3-2 से मात देकर स्वर्ण पदक जीता। अमित ने सेमीफाइनल में जिस तरह का प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी उसके बाद उनसे स्वर्ण की ही उम्मीद जग गई थी। उन्होंने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए गोल्डेन पंच लगाया। अमित ने शुरुआत अच्छी की। वह पहले राउंड में ओपन गार्ड के साथ उतरे। हसन भी काफी आक्रामक थे, इसी कारण अमित ने उनसे एक तय दूरी बनाए रखी।
युवा अमित और अनुभवी हसन के बीच हुआ कांटे का मुकाबला
इससे ओलम्पिक पदक विजेता हसन अपने कई पंच चूक गए। एक बार हसन क्लींच के दौरान गिर भी पड़े। वहीं अमित के पंच भी मिस हुए। दूसरे राउंड में आते ही अमित ने लेफ्ट जैब और राइट हुक के दो संयोजन का एक साथ इस्तेमाल कर अंक बटोरे। दूसरे राउंड में हसन का आत्मविश्वास अमित के पंचों के सामने डोलता दिख रहा था। अमित पंच लगा रहे थे लेकिन हसन चूक रहे थे। अमित ने डिफेंस के साथ मौका पाते ही काउंटर करने की रणनीति अपनाई। हसन ने भी इस नीति को भांपते हुए कुछ अच्छे हुक और जैब लगाए जो सटीक रहे। तीसरे राउंड में दोनों खिलाड़ियों ने काफी आक्रामक खेल दिखाया। दोनों ने कुछ अच्छे पंच लगाए और बॉडी अटैक किया। यह राउंड बराबरी का हुआ क्योंकि अमित और हसन दोनों के पंच लगे भी तो मिस भी हुए। अंत में पांच में से तीन रेफरियों ने अमित को विजेता माना।
अमित पंघल का स्वर्णिम पंच

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