वाशी: शुक्रवार को वाशी स्थित वाशी तेरापंथ भवन के प्रांगण में सीमा मेहता के मासखमण तप अभिनंदन समारोह का आयोजन आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वी श्री जिनरेखा जी एवं साध्वी वृन्द के सानिध्य में रखा गया। मुख्य अतिथि के रूप में संजीव नाइक की विशेष उपस्थिति रही। संजीव नाइक ने कहा कि तपस्या करना बहुत ही कठिन होता है। पर मनोबल पक्का हो तो कोई भी लक्ष्य हाशिल किया जा सकता हैं। उपवास रखना मन पर कंट्रोल करना होता हैं। हमारा परिवार जन्म से तेरापंथी नही कर्म से तेरापंथी हैं। संघ गायक कमल सेठिया भी उपस्थित रहे। साथ ही अपने गीतों के माध्यम से तपस्विनी बहन सीमा मेहता के तप की अनुमोदना किया।
शासन श्री साध्वी श्री जिनरेखा जी ने कहा की तपस्या एक यात्रा है। जिसने भी तय किया वो तर गया। वही साध्वी वृन्द ने सामूहिक रूप से तपस्या की अनुमोदना के उपलक्ष्य में सुंदर गीतिका का संगान किया जिसे सुनकर हर श्रावक एवं तपस्वियों में ऊर्जा का संचार हुआ। महिला मंडल द्वारा सुंदर मंगलाचरण गीतिका संगान किया गया।
इस अवसर पर हरीश गादिया, विकाश खिमेसरा, रेखा खिमेसरा, दिव्या लोढ़ा की भी तप की अनुमोदना सामूहिक तौर पर की गई। वाशी सभा अध्यक्ष संपत वागरेचा ने सभी अतिथियों का स्वागत अभिनंदन करते हुए तपस्या की अनुमोदना की। वाशी तेयुप अध्यक्ष रंजीत खटेड ने अपने भावों को रखते हुए तपस्या की अनुमोदना किया। मुम्बई महिला मंडल अध्यक्षा जयश्री बडाला, निर्मला चंडालिया, वाशी सभा मंत्री दिनेश हिरण, पूजा लोढ़ा, तप की अनुमोदना की।
इस अवसर पर तेयुप मंत्री अर्जुन सोनी, तेयुप कोषाध्यक्ष जीतेन्द्र बाफना, अणुव्रत समिति मुम्बई मंत्री चेतन कोठारी, तनसुख चोरडिया, भारत जैन महामंडल उपाध्यक्ष बाबूलाल बाफना, अमृत बाफना, राकेश चंडालिया, पवन परमार, नितिन पामेचा, पंकज चंडालिया,राजू कावड़िया,अशोक गोखरू,अमित आंचलिया,महावीर हिरण, प्रकाश संचेती आदि की उपस्थिति रही। मंच का कुशलतापूर्वक संचालन महिला मंडल वाशी संयोजिका वनिता बाफना ने किया।
वाशी में सीमा मेहता का मासखमण तप अभिनंदन समारोह का हुआ आयोजन
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