मुंबई। DJMP की पंच दिवसीय गुरुदर्शन यात्रा का शुभारंभ अध्यक्ष ललितजी लोढा ने नमस्कार महामंत्र का संगान करके यात्रा को रवाना किया। आचार्य श्री महाश्रमणजी के श्री चरणों मे 64 यात्रियों का संघ के रूप में पहुचा। गुरुदेव का 2021 का भीलवाड़ा चातुर्मास फरमाया है,इसलिए दिवेर पधारने हेतु तेरापंथ सभा दिवेर के अध्यक्ष बाबुलालजी कटारिया ने निवेदन किया एवं श्री प्रकाश लोढा, हस्तीमल चंडालिया, लहरिलाल समंदरिया, तनसुख नाहर ने अपने विचार व्यक्त किए। महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण की प्रस्तुति दी। साध्वी प्रमुखाश्रीजी की सेवा में बाबूलाल कटारिया, पंकज चंडालिया, घेवरचंद सुराणा, हस्तीमल चंडालिया ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। प्रमुखाश्रीजी ने फरमाया की दिवेर तपोभूमि एवं महादानी की भूमि है। धर्म संघ में बहुत से साधु साध्वी ने सेवा दी है और दे रहे है। दिवेर क्षेत्र के श्रावक श्राविका त्याग तपस्या एवं जाप माला सामायिक निरंतर करने का लक्ष्य रखे। गुरुदर्शन यात्रा के मुख्य संयोजक लहरिलाल समंदरिया ने बताया कि यात्रा में लगभग 200 यात्री मुम्बई सूरत बैंगलोर मद्रास दिवेर से यात्री संघ के रूप में सम्मिलित हुए। व्यवस्थापक ललित लोढा के अनुसार गुरुदर्शन यात्रा यह पहली बार हुई है, उसे आगे भी करने का विचार है। व्यवस्थापक संजय कटारिया, पंकज चंडालिया, विकास डूंगरवाल, नवनीत डागा, सुरेश सिंयाल, तनसुख श्रीश्रीमाल, चेतन चंडालिया का व्यवस्था में सहयोग रहा। चेन्नई में आवास व्यवस्था भोजन व्यवस्था का विशेष सहयोग श्री तनसुखजी नाहर, श्री इन्दरचंदजी डूंगरवाल,श्री शांतिलालजी डूंगरवाल, सुरेशजी नाहर, अरविंदजी लोढ़ा का व्यवस्था में विशेष सहयोग मिला। यात्रा में सम्पतजी नाहर, सुरेशजी श्रीश्रीमाल, बाबुलालजी डूंगरवाल, महावीरजी बोहरा, संजयजी डांगी, नवनीतजी डागा, विकासजी डूंगरवाल आह्वान परिवार, ललितजी लोढा, सुरेश उत्तम सिंयाल ने उदार मन से प्रायोजक बनकर यात्रा को सफल बनाया। यात्रा में मुख्य गौतम कटारिया पुखराज श्रीश्रीमाल देवीलाल भलावत, बाबूलाल समंदरिया, अशोक कटारिया, दिलीप श्रीश्रीमाल, ललित संदरिया, उत्तम सिंयाल धनराज डूंगरवाल, लक्ष्मण कटारिया, रमेश कटारिया, भाग्यवन्ति लोढा, दिलखुश चंडालिया, निर्मला कुसुम कटारिया, लक्ष्मी सिंयाल, रंजना डागा, पुष्पा श्रीश्रीमाल की विशेष उपस्तिथि रही। कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रकाशजी लोढा ने किया यह जानकारी तेरापंथ सभा के प्रचार प्रसार मंत्री पंकज चंडालिया ने दी।