आगरा:उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के उमाही गांव में सोमवार तड़के हुई 8.43 लाख की लूट आगरा जीआरपी कंट्रोल रूम के प्रभारी ललित त्यागी ने की थी। सहारनपुर एसटीएफ ने मंगलवार को उसे राजामंडी स्टेशन से गिरफ्तार किया है। लूट में शामिल जीआरपी के दो सिपाही, दो अन्य युवक और एक कार चालक फरार है। एसटीएफ आरोपित को अपने साथ सहारनपुर ले गई है।
बिजनौर के थाना कोतवाली निवासी मोहम्मद अख्तर पुत्र मोहम्मद अब्दुल गफूर गेहूं व्यापारी हैं। वह किसानों से गेहूं करके मंडी में बेचते हैं। कारोबार के सिलसिले में वह सहारनपुर के उमाही गांव थाना नागल में किराए का कमरा लेकर रहते हैं। 13 मई को सुबह करीब ढाई से तीन बजे के बीच वह अपने कमरे पर सो रहे थे। तभी कार सवार तीन वर्दीधारी समेत छल लोग वह पहुंचे। उन्होंने मारपीट करके व्यापारी से आठ लाख 43 हजार रुपये लूट लिए। व्यापारी की ओर से थाना नागल में शिकायत की गई। जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके आरोपितों की तलाश शुरू की।
थाना पुलिस और एसटीएफ ने मामले की जांच शुरू की। तो उन्हें सुराग मिला कि लूट जीआरपी आगरा कंट्रोल रूम प्रभारी ललित त्यागी ने वारदात को अंजाम दिया। लूट में उसके साथ सिपाही रिंकू और सिपाही शायर बेग शामिल था। सहारनपुर पुलिस और एसटीएफ ने मंगलवार सुबह राजामंडी स्टेशन से इंस्पेक्टर ललित त्यागी, बशीर खान निवासी शहीद नगर थाना सदर और सुभाष शर्मा निवासी गौधला, थाना जगदीशपुरा को गिरफ्तार किया है। इसके बाद तीनों को सहारनपुर लेकर चले गए। सहारनपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि आरोपित इंस्पेक्टर के पास से लूट की 4.94 लाख बरामद हुए हैं। फरार आरोपितों की तलाश जारी है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
खाकी पर लगे है कई दाग
खाकी पर दाग लगने की परंपरा कोई नई नहीं है। समय-समय पर महकमे में तैनात कर्मियों ने अपने कारनामों से वर्दी दागदार की है। ललित त्यागी द्वारा की गई सहारनपुर में लूट कोई नई घटना नहीं है। महकमे से बर्खास्त सिपाही विनोद जाट ने तो अपना पूरा गैंग बना लिया था। लूट, अपहरण और डकैती जैसे वारदातों को अंजाम देने लगा। इसके अलावा कई सिपाही और पुलिस कर्मी वारदातों में शामिल पाए गए। पूर्व में हरीपर्वत सर्किल के एक प्रभारी पर लूट का मुकदमा भी दर्ज हुआ था। आरोप था कि उन्होंने जुए की पूरी रकम लूट ली थी। बाद में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।