इस्लामाबाद:पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने स्वीकार किया कि देश के लोग बढ़ती महंगाई से जूझ रहे हैं। उन्होंने कर्ज में डूबी अर्थव्यवस्था के उबरने तक लोगों से मजबूत बने रहने की अपील की। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब मीडिया में इस तरह की खबरें आ रही है कि खान की सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष से राहत पैकेज प्राप्त करने के करीब है।
रावलपिंडी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान खान ने कहा, ‘यह पूरी तरह सही है कि हमारे लोग कुछ मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, बिजली महंगी है, गैस महंगी है। मैं समझ सकता हूं कि महंगाई बढ़ रही है।’ खान ने लोगों से बढ़ती महंगाई के बीच धीरज रखने के अपील की। उन्होंने वादा किया कि देश इस कठिन समय से बाहर निकलने में सफल रहेगा।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2018-19 से लक्ष्य से लगभग आधी यानी 3.3 प्रतिशत रही जो 6.2 प्रतिशत के लक्ष्य के आधे से कुछ ही ऊपर है। प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार के कार्यकाल के पहले साल में सभी प्रमुख क्षेत्रों का प्रदर्शन कमजोर रहा। मीडिया की खबरों में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई है।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चरमराई, सभी प्रमुख क्षेत्रों में लगा बड़ा झटका
आर्थिक वृद्धि दर के आंकड़े ऐसे समय आए हैं जबकि पाकिस्तान की तहरीक-ए-इंसाफ सरकर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से राहत पैकेज के लिए बातचीत कर रही है जिससे देश को आर्थिक संकट से बाहर निकाला जा सके। ‘डॉन की खबर के अनुसार योजना, विकास और सुधार सचिव जफर हसन की अगुवाई में राष्ट्रीय लेखा समिति की समीक्षा बैठक में 2018-19 के आंकड़े जारी किए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार को कृषि क्षेत्र में 3.8 प्रतिशत, उद्योग में 7.6 प्रतिशत और सेवा में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद थी जिस वजह से यह 6.2 प्रतिशत का लक्ष्य तय किया गया था। रिपोर्ट में बताया गया है कि लक्ष्य की तुलना में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर मात्र 0.85 प्रतिशत रही। उद्योग और सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर क्रमश: 1.4 प्रतिशत और 4.7 प्रतिशत रही।