अधिकांश वक्ताओं ने केंद्र में मजबूत सरकार बनाने का संकल्प दोहराया
मुम्बई। मुम्बई महानगर के समग्र जैन समाज के लोगो की सम्पन्न बैठक में आगामी 29 अप्रैल को होने जा रहे लोकसभा चुनावों के लिए अपने अपने क्षेत्रों में समाज के लोगो के अधिकतम मतदान करवाने को लेकर कार्य योजना बनाई गई एव लोकशाही के महाउत्सव में समग्र जैन समाज की सक्रिय भागीदारी को सुनिश्चित किया गया। बैठक में अधिकांश वक्ताओं ने केंद्र में मजबूत सरकार बनाने के लिए सोच समझ कर व राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखकर मतदान करने की बात कही। वक्तताओ में कहा कि ऐसा माहौल बनाना है जिससे भविष्य के भारत का निर्माण हो सके। 2019 का यह चुनाव देश की दिशा व दशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।
इस आयोजन के सूत्रधार समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी गिरिशभाई शाह ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि जैन समाज संस्कृति व धर्म की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करने वाला समाज है और वह राष्ट्र रक्षा से ही संभव है। उन्होंने कहा कि हमे इस बात का चिंतन करना पड़ेगा कि वर्तमान परिस्थितियों में किसका नेतृत्व देश को मजबूती प्रदान कर सकता है। उन्होंने समग्र मुम्बई के करीब 32 लाख जैन समाज को संगठित रहकर अपना राजनीतिक अधिकार व वजूद मजबूत करने के प्रयासों पर जोर दिया।वीरेंद्र भाई शाह ने कहा कि आगे के पांच वर्षों के लिए किसे सत्ता दी जानी चाहिए, इस बात पर विचार कर मतदान करना चाहिए।
राकेशभाई शाह समस्त जैन संघ की तरफसे कार्यक्रम को विधिवत शुरु कीया गया । प्रकाश भाई चोपड़ा ने कहा कि मतदान करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है और इसे हर हाल में निभाया जाना चाहिए।
सभी वक्ताओं ने गिरीश भाई के आयोजन की सराहना की, मुकेश वर्धन ने कहा कि जैन समाज में स्वच्छ छवि वाले उम्मीदवार को हमे सहयोग देना चाहिए और जैन समाज से गिरीश भाई जैसे व्यक्ति को राजनीति में आगे लाना चाहिए । किरीट भंसाली , भरत भाई बाबु अमीचंद ट्रस्ट , भंवरभाई कोठारी, हितेश भाई मोता, नवजीवन जैन संघ के नितिन भाई वोरा,आशीष भाई जैन, ,पूजा बहन,जयेश भाई ,दवेंद्र श्रीमाल, कल्पेश हेक्कड आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
सभी ने सर्वानुमत व्यक्त किया कि अर्जुन की तरह
धनुष्य बाण लेकर लक्ष्य सिध्द करना है और फिर से देश में मज़बूत सरकार को स्थिर करना है । राज्य सभा , आगामी विधानसभा का चुनाव को लक्ष्य में रखकर जैन समाज को जागृत रहना जरुरी है। जैन जनगणना के माध्यम से पुरे भारत में जैन समाज को एकजुट करने में सभी को जुड़ना है