मधेपुरा (बिहार)। “रोम पोप का, मधेपुरा गोप का “। ये कहावत मधेपुरा में खुब चर्चित है। गोप की इस धरती पर चुनावी जंग तीन गोप में ही होनी है। शरद यादव जहां राजद से हैं वही कभी उनके शिष्य रहे दिनेश चंद्र यादव जदयू कोटे से एनडीए के उम्मीदवार हैं। निर्वतमान सांसद पप्पू यादव अपनी पार्टी जाप से खडे हैं। यादव मतों के विभाजन की इस बेला में अन्य जाति जिस यादव उम्मीदवार को समर्थन करेगा, उसी उम्मीदवार की जीत तय है। कभी कांग्रेस के समीप रहा ब्राह्मण वोट समय के साथ भाजपा के समीप आ गया। कारण भी था आबादी की लिहाज से पिछड़ा ये समाज सदैव पिछड़े नेताओं के टार्गेट पर रहा। सम्मान का भूखा ये समाज इस बार उसी तरफ जाएगा, जहां उचित सम्मान मिलेगा। स्वभाविक तौर पर इसे एनडीए प्रत्याशी दिनेश चन्द्र की ओर होना चाहिए लेकिन यहां भी वही सम्मान वाली बात आती है। मधेपुरा पहुंचे हमारे ब्यूरो प्रमुख पंकज श्रीवास्तव को दिये गये अपने इंटरव्यू में ब्राह्मण समाज के जिला संयोजक रमण झा का दर्द स्पष्ट झलका। पेश है उनसे बातचीत का अंश –