मैनपुरी:समाजवादी पार्टी के मार्गदर्शक मुलायम सिंह यादव सोमवार की दोपहर अपने बेटे अखिलेश यादव के साथ पहुंचकर मैनपुरी लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। 77 वर्षीय सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने खुद को प्रधानमंत्री पद की रेस से बाहर बताया।
उनसे जब पूछा गया कि सपा-बसपा गठबंधन से कौन होगा पीएम पद का उमीदवार, इसके जवाब में मुलायम ने कहा- “यह चुनावों के बाद तय किया जाएगा।”
कांग्रेस के साथ ही मुलायम के भाई शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (पीएसपी-एल) ने भी उनके खिलाफ मैनपुरी संसदीय सीट से किसी भी उम्मीदवार को नहीं उतारने का फैसला किया है। बीएसपी यूपी में सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है, वहीं बीजेपी की तरफ से मुलायम सिंह के खिलाफ उम्मीदवार उतारा जाना अभी बाकी है।
मुलायम सिंह ने साल 1996, 2004, 2009 और 2014 के चुनाव में भारी मतों के अंतर से चुनाव जीता था। समाजवादी पार्टी ने 1996 से लेकर अब तक उप-चुनाव समेत इस सीट से आठ बार चुनाव जीती है। बीजेपी इस सीट को कभी नहीं जीत पाई है।
मैनपुरी में तीसरे चरण में मतदान होगा और इसके लिए नोटिफिकेशन 28 मार्च को जारी किया गया था। तीसरे चरण के नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 4 अप्रैल है। ऐसे में, मुलायम सिंह यादव अब तक नामांकन दाखिल करने वाले इस सीट से अभी तक एकमात्रा उम्मीदवार हैं।
इस संसदीय ज्यादातर ग्रामीण मतदाता है और 35 फीसदी से ज्यादा यादव हैं। यूपी के तीन बार मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव को मैनपुरी में अभी भी कई लोग उन्हें ‘मुख्य मंत्री’ कहते हैं।