पंकज श्रीवास्तव।।
पटना। बिहार एटीएस को आज बड़ी सफलता हाथ लगी है। पटना जंक्क्शन के ठीक बाहर मदनी मुसाफिरखाना के सटे मोटरसाइकिल स्टेंड के पास से दो संदिग्ध बांग्लादेशी आतंकियों को दबोचा है। एटीएस के हत्थे चढ़े इन बंगलादेशी युवको का सम्बन्ध प्रतिबंधित आतंकवादी संघटन जमीयत-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश और इस्लामिक स्टेट बांग्लादेश से है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खैरुल मंडल जिसके पिता का नाम महाबुल मंडल है। तो दूसरे का नाम अबु सुल्तान है। इसके पिता का नाम मोहम्मद अब्दुल मलिक है। दोनों बांग्लादेश के झेनौदा जिला स्थित महेशपुर थाने के चापातल्ला का रहने वाले हैं। एटीएस की माने तो इनके पास पुलवामा घटना के बाद जब जम्मू-कश्मीर में अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति की गयी उससे संबंधित आदेशों की फोटोकॉपी मिली है। इसके अलावा आतंकी संगठन आईएसआईएस और अन्य आतंकवादी संघटनों से जुड़े पोस्टर और पमप्लेट की फोटो कॉपी, 3 मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड, फर्जी पैन कार्ड, फर्जी भारतीय मतदाता पहचान पत्र भी बरामद किये गये हैं। इनके पास से यात्रा किया गया नई दिल्ली से हावड़ा और गया से पटना का रेल टिकट तथा कोलकाता से गया का महारानी एक्सप्रेस बस का टिकट भी मिला है। गिरफ्तार युवकों से एटीएस लगातार पूछताछ कर रही है। दरअसल ये दोनों भारत में रह कर जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश संगठन के निर्देश पर पश्चिम बंगाल, दिल्ली,केरल और बिहार में घूम-घूम कर अपने संगठन से स्थानीय मुस्लिम युवकों को जोड़ने और बौद्ध धर्म से जुड़ी स्थलों पर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के फिराक में थे। एटीएस की माने तो ये सीरिया जाकर कुख्यात आईएसआईएस के साथ मिल कर जेहाद में शामिल होना चाहते थे।