बस्ती उत्तर प्रदेश:- जिला के विकासखंड गौर के इटहिया ग्राम पंचायत के मैंनहिया राजस्व गांव के कर्बला क्षेत्र मे तमाम ताजिया इकट्ठा हुई और धूमधाम से शांतिपूर्ण तरीके से मुहर्रम मनाया गया जिसमें क्षेत्र के हिंदू मुस्लिम समुदाय के सभी लोग उपस्थित रहे। आपको बताते चलें कि इस क्षेत्र में हिंदू मुस्लिम मिलकर बड़े सौहार्द तरीके से मोहर्रम का त्यौहार मनाते हैं और अमूमन क्षेत्र के कई गांव में हिंदू खुद अपने घर पर भी मोहर्रम के दिन ताजिया बैठाते हैं। हजरत इमाम हुसैन की सच्चाई के प्रति बलिदान की याद में मुहर्रम पर्व क्षेत्र में शनिवार को शांति एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया गया। मोहर्रम के दसवें दिन बड़ी संख्या में मुस्लिम व हिंदू समुदाय के लोगों ने मिलजुल कर जुलूस निकाला। कई जगहों पर युवाओं ने एक से बढ़कर एक खेल दिखाकर अपनी कला कौशल का प्रदर्शन किया। मोहर्रम के जुलूस को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। लोगों ने लाठी, डंडों से एक से बढ़कर एक हैरतअंगेज करतब दिखाए। अखाड़ा दलों ने रोमांचक खेलों का प्रदर्शन किया। चाक-चौबंद में जगह-जगह पुलिस बल मौजूद रहा। जुलूस को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए जगह-जगह पुलिस बल मौजूद रहा। कप्तानगंज थानाध्यक्ष रोहित कुमार उपाध्याय पुलिस बल के साथ क्षेत्र के सभी कर्बला क्षेत्र का भ्रमण करते रहे। मुस्लिमों के अंतिम नबी पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोग मुहर्रम पर गम मनाते हैं। मुहर्रम महीने का दसवां दिन सबसे खास माना जाता है। बताया गया है कि मुहर्रम के महीने की 10वीं तारीख को कर्बला की जंग में पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी। इस्लाम की रक्षा के लिए उन्होंने खुद को कुर्बान कर दिया था।