मुंबई (कांदिवली) । युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वी श्री विद्यावतीजी ‘द्वितीय ‘ठाणा 5 के सान्निध्य में आचार्य महाश्रमण अभ्यर्थना का कार्यक्रम आयोजित किया गया। साध्वी वृंद द्वारा नमस्कार महामंत्र उच्चारित करने के बाद साध्वी वृंद ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन के अध्यक्ष विनोदजी बोहरा ने गुरुदेव के चतुर्मास को ऐतिहासिक बनाने का आहवान करते हुए गुरुदेव के जन्म दिवस पर मंगलकामना अभिव्यक्त की। कांदिवली तेरापंथ सभा के अध्यक्ष पारसमलजी दुगड मंत्री अशोकजी हीरण, मलाड तेरापंथ सभा के अध्यक्ष इंदरमलजी कच्छारा, तेयुप मंत्री विनीत सिंघवी, तेरापंथ महिला मंडल कांदिवली की संयोजिका नीतु नाहटा आदि ने विचार व्यक्त किये।
तेरापंथ महिला मंडल की प्रौढ़ बहिनों ने सुंदर गीत का संगान किया। साध्वी प्रेरणाश्रीजी ने मुक्तक, साध्वी मृदुयशाजी ने वक्तव्य, भारती सेठिया ने गीत एवं साध्वी वृंद ने भी भावपूर्ण संगीत प्रस्तुत कर वातावरण को अभ्यर्थनामय बना दिया।
आचार्यप्रवर के जन्म, पदाभिषेक एवं दीक्षा दिवस के उपलक्ष में संयुक्त रूप से आयोजित अभ्यर्थना के कार्यक्रम में शासन श्री साध्वी श्री विद्यावतीजी ने कहा- तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशमे अधिशास्ता आचार्य महाश्रमण का वाणी संयम, इंद्रियसंयम एवं दृष्टि संयम अनुत्तर है। व्यक्तित्व आकाश के समान विशाल एवं कर्तृत्व बेजोड़ है। नेतृत्व क्षमता अनिर्वचनीय है ।
साध्वी प्रियंवदाजी ने कहा-शम, सम एवं श्रम की त्रिवेणी का नाम है महाश्रमण। आचार्यवर में विनम्रता, समर्पण एवं आत्मानुशासन अद्वितीय है गुरु दृष्टि का सम्यक् आराधना करना आपका जीवन प्राण है। तेरापंथ महिला मंडल एवं कन्या मंडल ने आचार्यवर के 61 वर्षों के सफर पर भावपूर्ण प्रस्तुति दी।
कांदिवली ज्ञानशाला की बालिकाओं ने आचार्यवर को रोचक प्रस्तुति के माध्यम से मंगलकामना प्रेषित कर सबको भावविभोर कर दिया। जनसमूह ने ॐ अर्हम् की ध्वनि से बालिकाओं का उत्साहवर्धन किया। तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन के मंत्री मनीषजी कोठारी, तेयुप अध्यक्ष नवनीत केच्छारा, तेरापंथ महिला मंडल की सह संयोजिका निशा दुगड़ आदि कई महानुभावों की एवं पुरे समाज की सराहनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वी श्री प्रियंवदाजी ने किया।
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