मुंबई। युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी 2023 का चातुर्मास ऐतिहासिक होगा इसकी एक छोटी सी झलक ठाणे के तेरापंथ भवन में देखने को मिली। यहाँ साध्वियों के 5 ग्रुप,22 धवलरश्मियो का आध्यात्मिक मिलन हुवा। शासनश्री साध्वीश्री चन्दनबालजी एवं साध्वीश्री राकेशकुमारीजी ठाणे भवन में प्रवासित है।साध्वीश्री पियुषप्रभाजी कानपुर चातुर्मास पूर्ण कर 1300 किमी की सुदीर्घ यात्रा कर पधारे।साध्वीश्री काव्यलताजी मुलुंड से पधारी व साध्वी श्री डॉ पीयूष प्रभाजीका दो दिन पहले भवन में स्वागत किया व आज साध्वीश्री मधुस्मिताजी बीड़ चातुर्मास के उपरांत गुरुआज्ञा से ठाणे भवन पधारी।
जोरदार नारे व लंबी रैली के साथ साध्वीश्री मधुस्मिताजी का प्रवेश हुवा।बड़ी साध्वियों में आत्मीयभाव से गीतिका के साथ उनका स्वागत किया।
महिला मंडल की बहनो के मंगलगीत के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ हुवा। तेरापंथी सभा ठाणे सभा के अध्यक्ष श्री रमेशजी सोनी ने सभी का स्वागत किया साध्वीश्रीजी विहारयात्रा के संयोजक विनोदजी कोठारी ने अपनी भावना प्रस्तुत की।
शासनश्री साध्वीश्री चन्दनबालजी ने समय और प्रस्तुतियों की कतार देखते हुवे थोड़े में बहुत कुछ कह दिया हृदय से दिया जा सकता है वो हाथो से नही और मौन से जो प्रकट हो सकता है वो शब्दो से नही फरमाते हुवे समय विसर्जित किया।
साध्वीश्री रकेशकुमारीजी ने फरमाया,सर्वांगसुन्दर धर्मसंघ की छत्रछाया में हम सभी पुष्पित,पल्लवित और सुंगंधित हो रहे है।खून का रिश्ता हो न हो गण का अनुबंध बहुत प्रगाढ़ है। साध्वीश्री काव्यलताजी ने अपने भावुक शब्दो से कहा की मिलन में जो आत्मीयभाव,अहोभाव, स्नेहभाव,प्रमोदभाव सिर्फ तेरापंथ धर्मसंघ में ही देखा जा सकता है।
साध्वीश्री डॉ. पियुषप्रभाजी ने कहा आज ठाणे की धरती पुलकित हो रही है।आगंतुक साध्वीश्री मधुस्मिताजी का व्यक्तित्व सरल,ज्ञानपिपासु स्वाध्यायी और संघ प्रभावना में अनवरत प्रयास करने वाला है। साध्वीश्री राजश्रीजी ने कहा की ठाणे के भवन में पिछले चार माह से लगातार साध्वियों की आवाजाही हो रही है। ठाणे समाज की सेवा और उत्साह की भूरी भूरी प्रशंसा की।
आगंतुक साध्वीश्री मधुस्मिताजी ने फरमाया गुरुआशीष से सानंद बड़ो की छत्रछाया में पहुंचकर तृप्ति और संतुष्टि का अनुभव हो रहा है।साध्वीश्री सहजयशाजी ने अपने भाव रखे।
सभी साध्वीयो ने अपने भावों को गीतिका में समेट कर सुंदर प्रस्तुति दी। अणुव्रत समिति मुम्बई से रोशनजी मेहता,मुलुंड से श्री राकेश टुकलिया,ठाणे सभा के मंत्री नरेशजी बाफना ने अपने भाव प्रस्तुत किये।
कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वीश्री विपुलयशाजी ने बड़े सुनियोजित ढंग से किया।
भिक्षु महाप्रज्ञ ट्रस्ट के अध्यक्ष निर्मल जी श्री श्री माल, मुंबईचातुर्मास व्यवस्था समिति उपाध्यक्ष विजय जी संचेती, महासभा कार्यकारिणी से विजयराज जी सोलंकी, जितेंद्र जी बरलोटा एवं मुलुंड,उरण, कोपरखरने ऐरोली,भिवंडी ठाणे आदि क्षेत्रो से श्रावकगण समाहित हुवे।मंगलपाठ के साथ कार्यक्रम की समापन हुई।
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