नई दिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर सौदे में बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल (57) के दिल्ली पहुंचने के बाद सीबीआइ ने उससे सघन पूछताछ की। उसे रात में सिर्फ दो घंटे सोने दिया गया। बता दें कि ब्रिटिश नागरिक मिशेल को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से प्रत्यर्पित करके मंगलवार रात दिल्ली लाया गया था।
सूत्रों ने बताया, सीबीआइ मुख्यालय पहुंचने पर उसे बेचैनी का दौरा पड़ा, लिहाजा उसके लिए वहां डॉक्टर बुलाना पड़ा। इलाज के बाद उससे रिश्वत की रकम के बंटवारे और सौदे से जुड़े दस्तावेजों की पहचान को लेकर सघन पूछताछ की गई। नाश्ते से पहले उसे सुबह चार से छह बजे तक ही सोने दिया गया। छह बजे के बाद सीबीआइ के विशेष जांच दल के अधिकारियों ने उससे फिर पूछताछ की। बुधवार शाम करीब चार बजे उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन की सीबीआइ हिरासत में भेज दिया गया।
भूतल के लॉकअप में रखा
इससे पहले सीबीआइ के संयुक्त निदेशक साई मनोहर के नेतृत्व में सीबीआइ की एक टीम मंगलवार रात करीब 10.35 बजे उसे यूएई से दिल्ली लेकर आई। औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ही सीबीआइ ने हिरासत में ले लिया था। वहां से उसे पुलिस की कारों और बाइक के छोटे से काफिले में सीबीआइ मुख्यालय लाया गया। देर रात करीब 1.20 बजे सीबीआइ मुख्यालय पहुंचने पर उसे 11 मंजिला इमारत के भूतल पर स्थित लॉकअप में रखा गया।
रिश्वत के बंटवारे की पूछताछ
सीबीआइ मिशेल से जानना चाहती है कि फिनमैक्केनिका और अगस्ता वेस्टलैंड से उसकी कंपनियों को मिली 283 करोड़ रपये (4.22 करोड़ यूरो) की रकम को उसने आगे किस तरह वितरित किया ताकि रिश्वत की रकम के वितरण की श्रृंखला (मनी ट्रेल) स्थापित की जा सके।
दुबई में गिरफ्तारी के बाद से था बंदी
सीबीआइ का आरोप है कि मिशेल ने इस मामले में जांच से बचने की कोशिश की इसलिए उसका मामला अन्य बिचौलिए गुइडो हश्के से अलग है। हश्के इटली में मुकदमे का सामना कर रहा है। उसके अलावा सौदे में एक और बिचौलिए कार्लो गेरोसा का नाम भी आया था। सीबीआइ ने मिशेल के खिलाफ पिछले साल सितंबर में आरोप पत्र दाखिल किया था। एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया, ‘नई दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में विशेष सीबीआइ जज ने 24 सितंबर, 2015 को खुला गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसके आधार पर इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया और फरवरी, 2017 में उसे दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया।’ तभी से मिशेल कैद में था।
रिश्वत बांटकर उड़ान सीमा घटवाने का आरोप
आरोप है कि उसने सह-आरोपितों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची और वीवीआईपी हेलिकॉप्टर की उड़ान सीमा को 6,000 मीटर से घटाकर 4,500 मीटर करवा लिया। सह-आरोपितों में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी, उनके परिवार के सदस्य और कई नौकरशाह शामिल हैं। उड़ान सीमा घटने की वजह से ही अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर का कांट्रेक्ट पाने की दौड़ में आ सकी थी।
3600 करोड़ का था सौदा
आठ फरवरी, 2010 को रक्षा मंत्रालय ने अगस्ता वेस्टलैंड के साथ 3,600 करोड़ रुपये में 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टर की खरीद का सौदा किया था। लेकिन अनुबंध शर्तो के उल्लंघन और कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए रिश्वत बांटने के आरोप लगने के बाद भारत सरकार ने एक जनवरी, 2014 को यह सौदा रद्द कर दिया था।
ईडी भी करेगा पूछताछ
सरकारी सूत्रों ने बताया कि रिश्वत की रकम लाने के लिए भारत और विदेश में मुखौटा कंपनियां बनाने को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी मिशेल से पूछताछ करेगा। इसके लिए ईडी मिशेल की अलग से हिरासत की मांग कर सकता है या सीबीआइ के साथ ही पूछताछ कर सकता है। एजेंसी इस मामले में पूरक आरोप पत्र भी दायर कर सकती है जिसमें अन्य आरोपितों की भूमिका का विवरण होगा।
ब्रिटेन ने की राजनयिक पहुंच की मांग
ब्रिटेन ने अपने नागरिक क्रिश्चियन मिशेल तक तत्काल राजनयिक पहुंच (काउंसलर एक्सेस) दिए जाने की मांग की है। ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय अधिकारियों से मिशेल की परिस्थितियों के बारे में तत्काल जानकारी मांगी गई है।
मोदी का हमला- राजदार आ गया अब नामदारों के राज खोलेगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बुधवार को राफेल सौदे को मुद्दा बना रही कांग्रेस को जवाब अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर में हुई गड़बड़ी से दिया। मोदी ने कहा, ‘हम यूपीए सरकार के समय हुए हेलीकॉप्टर घोटाले के एक राजदार को पकड़ कर लाए हैं। अब नामदार का परिवार कांप रहा है कि पता नहीं राजदार क्या राज खोलेगा।’
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