– स्वर्गीय श्रीमती जयाबेन श्री बाबूभाई वाढेल के परिजनों की सहमति से मरणोपरांत हुआ नेत्रदान
अहमदाबाद। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की शाखा तेरापंथ युवक परिषद अहमदाबाद के सहयोग से स्वर्गीय श्रीमती जयाबेन श्री बाबूभाई वाढेल का मरणोपरांत उनके पति बाबू भाई पुत्र राजेश भाई एवं शैलेश भाई और परिवारिक जनों की सहमति से इंडियन रेड क्रॉस आई बैंक में हुआ नेत्रदान।
तेरापंथ युवक परिषद् अहमदाबाद के अध्यक्ष अरविंद जी संकलेचा ने बताया की वाढेल परिवार शहर का एक प्रतिष्ठित परिवार है, स्वर्गीय जयाबेन धार्मिक कार्य एवं सामाजिक कार्य में रुचि रखने वाली महिला थी और उनका 70 वर्ष की आयु में आकस्मिक देहासवान हो गया। विकास जी मंडोत की प्रेरणा से पारिवारिक जनों ने नेत्रदान जैसे मानवीय सेवा के कार्य में सहयोग प्रदान कर मानवीय कार्य किया है।
तेयूप मंत्री दिलीप भंसाली ने बताया कि अभातेयूप नेत्रदान के क्षेत्र में पूरे भारत और नेपाल में अपनी लगभग 350 परिषदों के सहयोग से नेत्रदान के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करती है। अब तक 1500 से ज्यादा लोगों का मरणोपरांत नेत्रदान करवा करवाया जा चुका है। विदित है एक व्यक्ति के नेत्रदान से कम से कम 2 अंधकारमय जीवन में रोशन हो जाते हैं। नेत्रदान से जुड़ी कई भ्रांतियों का समाधान करते हुए अभातेयूप विकास जी मंडोत ने बताया कि किसी भी उम्र में मरणोपरांत नेत्रदान हो सकता है। मृत्यु के मात्र 6 घंटे के अंदर-२ नेत्रदान के कार्य को आई बैंक की मदद से संपादित करना होता है। इस नेत्रदान के लिए हमें इंडियन रेड क्रॉस आई बैंक का सहयोग प्रदान हुआ।