डायरेक्टरः जसपाल सिंह संधू और राजीव बरनवाल
कलाकारः संजय मिश्रा, नीना गुप्ता, सौरभ सचदेवा, मानव विज आदि
स्टारः 4
संजय मिश्रा-नीना गुप्ता अभिनीत “वध” सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म को बहुत ही संजीदे तरीके से बुना गया है। वर्तमान में चल रहे एक ज्वलंत मुद्दे पर फिल्म बेस्ड है, जो धीरे-धीरे पांव तो पसार रहा है लेकिन उस पर बहुत ही कम लिखा-पढ़ा जा रहा है। हालांकि फिल्म में ऐसी ही एक कहानी को बेस्ड है। जिसे मशहूर अभिनेता संजय मिश्रा एवं मशहूर अभिनेत्री नीना गुप्ता ने परदे पर जीवंत किया है। आप जब फिल्म देख रहे होंगे, तो कहीं और ध्यान भी नहीं जायेगा। कहानी, डायरेक्शन और खासकर संजय मिश्रा -नीना गुप्ता की नेचुरल एक्टिंग और फिल्म का क्लाइमेक्स काफी कुछ सोचने पर मज़बूर कर देगा।
कहानीः इंदौर के मिश्रा परिवार की कहानी जो एक अध्यापक हैं। अपने पुराने घर में पति-पत्नी के साथ रहते हैं। उनका एक बेटा है जो अपनी पत्नी-बेटी के साथ विदेश रहता है। उसकी जिद की वजह से शंभूनाथ मिश्रा (संजय मिश्रा) और मंजू मिश्रा (नीना गुप्ता) विदेश भेजते हैं, ताकि वह सेटल हो सके। विदेश पढ़ाई भेजते वक्त पूरे पैसे का इंतजाम नहीं कर पाते, जिस पर उनका बेटा कहता है कि वह जैसे कमाना शुरू करेगा, वापस कर देगा। लेकिन वह वहां सेटल तो हो जाता है परंतु कर्जे के पैसे वापस नहीं भेजता। किसी तरह बच्चों को ट्यूशन पढाकर मिश्रा दंपत्ति अपना जीवन यापन करते हैं लेकिन कर्ज उनके लिए मुसीबत बन जाता है। यह कर्ज उन्होंने एक माफिया एवं विधायक के लिए काम करने वाले प्रजापति पांडे (सौरभ सचदेवा) से लिया था। वह बहुत उन्हें परेशान करता है। अक्सर लड़की और शराब लेकर उनके घर में आ जाता है। इसी दौरान कुछ ऐसा घटता है कि जिस व्यक्ति को स्कूल में किसी बच्चे को थप्पड़ मारने पर भी रातभर नींद नहीं आती, वह एक मर्डर में फंस जाता है। यह सब क्यों और कैसे होता है, यह जानने के लिए इस शानदार फिल्म को जरूर देखें।
एक्टिंगः संजय मिश्रा और नीना गुप्ता ने कमाल किया है। उनकी नेचुरल एक्टिंग जबरदस्त है। इसके अलावा सौरभ सचदेवा, मानव विज के साथ ही बाकी कलाकारों ने अपने रोल को बेहतर करने में कोई कमी नहीं छोड़ी है।
निर्देशनः जसपाल सिंह संधू और राजीव बरनवाल ने बेहद बारीक निर्देशन किया है, जो जरा सा भी भटकने नहीं दिया है। एक-एक सीन को बड़े तरकीब से परदे पर उतारा है। एक्टिंग के साथ निर्देशन में भी कमाल किया गया है, यही वजह है कि फिल्म बेहतर बन पड़ी है। फिल्म का लेखन भी उन्होंने ही किया है।
कुल मिलाकर “वध” शानदार निर्देशन, अच्छे कलाकारों से सजी एक बेहतर फिल्म बन पड़ी है। “सुरभि सलोनी” की तरफ से “वध” को 4 स्टार।
- दिनेश कुमार