- तपअभिनन्दन, दीपावली पूजन कार्यशाला एवं मेधावी विद्यार्थी सा सम्मान समारोह
कोटा। साध्वी श्री अणिमाश्रीजी के सान्निध्य में कोटा तेरापंथ भवन में तेरापंथी सभा द्वारा तप अभिनंदन सेष्ट, तेयुप कोटा द्वारा दीपावली पूजन कार्यशाला, टीपीएफ द्वारा मेधावी विद्यार्थी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अणुव्रत समिति द्वारा इको दीपावली के बैनर का अनावरण भी किया गया। साध्वी श्री अणिमाश्री जी ने अपने प्रेरक उदबोधन में कहा. चातुर्मास-काल में श्रावक-श्राविकाओं के हृदय-कमल में तप के सुमन खिलने लगते हैं। चारों ओर तप की तरंगें तरंगित होने लगती है। कोश मे भी इस बार अच्छी तपस्याएं हुई है। अठाई, नौ, ग्यारह, तेरह, पखवाड़ा एवं इकसठ दिन की तपस्या होना बड़ी बात ही तपस्या से आत्मा की उज्ज्वलता बढ़ती रहे एवं जीवन- बगिया तप-सुमनों से सुवासित होती रहे।
साध्वीश्री ने कहा- दीपावली पूजन का अपना अहम महत्व है तेयुप जैन संस्कार विधि के द्वारा दीपावली पूजन की प्रेरणा की दे रही है। आचार्य तुलसी बहुत बार फरमाया करते थे कि हर मांगलिक उत्सव में जैन विधि का उपयोग होना चाहिए। हमारी परम्परा सुरक्षित रहनी चाहिए। हमारी संस्कृति, हमारे संस्कार हमारी पहचान बनाते तेयुप जैन संस्कार विधि का अच्छा उपक्रम चला रही हो तेयुप कोटा भी सक्रियता के साथ इस कार्यक्रम को संपादित कर रही है। साध्वी श्री ने कहा- टीपीएफ ने मेघावी छात्र-छात्राओं का सम्मान किया है। प्रतिभा संपन्न छात्र हमारे समाज के गौरव है। शैक्षणिक योग्यता के साथ- साथ आन्तरिक शक्ति का संवर्धन होना जरूरी है। आन्तरिक शक्ति संवर्धन के लिए प्रार्थना, गुरुवंदना एवं जय अनुदान के लिए भी योजित करें। जैनत्व के संस्कारों को सुरक्षित रखते हुए अन्य संस्कृतियों के अंधानुकरण से बचें। अणुव्रत समिति के पर्यावरण के साथ दीपावली मनाने के लिए समाज को जागरूक करने का अच्छा कार्य कर रही है।
सभा अध्यक्ष संजय बोथरा ने तपस्वियों का स्वागत करते हुए सभी तपस्वियों का तप अभिनंदन पत्र के द्वारा विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा सम्मान करवाया। मंत्री धर्मचन्दजी जैन ने भी सभी तपस्वियों को बधाई दी।जैन संस्कारक भूपेन्द्र जी जैन ने जैन संस्कार विधि से दीपावली पूजन कैसे करें? इसकी जानकारी दी एवं पूजन में प्रयुक्त होने वाले जैन मंत्रों का उच्चारण किया। मंत्री कमलेश जैन, सह मंत्री एवं मीडिया प्रभारी सौरव दस्साणी एवं उमेश गोयल का भी सहयोग रहा। टीपीएक अध्यक्ष अखिलेश खांटेड ने अपने भावों सुन्दर प्रस्तुति दी। एवं विद्यार्थियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। सात विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल, सिल्वर मेडल एवं ब्रोन्ज मेडल प्रदान किया गया। संचालन मंत्री आशीष बरडिया ने किया। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष अशोक दुग्गड़ ने अपने भावों की प्रस्तुति दी।
कोटा सभा द्वारा महादानी श्राविका श्रीमती भीखी देवी सेठिया, अमरावदेवी सेठिया, कन्हैयालाल पुगलिया का सम्मान किया गया। सभा द्वारा चैन्नई से समागत श्रीमती पद्मा दुगड, रेखा मस्लेचा, नीमिता एक निष्ठा तथा ठाणे मुम्बई से समागत श्री मदनलालजी श्री श्रीमाल, वैजयन्ती श्री श्रीमाल, जयेश, प्रांजल श्री श्रीमाल का सम्मान किया गया। विस्तृत जानकारी मिडिया प्रभारी सौरव दस्साणी ने दी