- वर्तमान समय मे उपयोगी साबित हो रही है जैन संस्कार विधि
सरदारपुरा। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद सरदारपुरा व परिषद जोधपुर ने संयुक्त रूप से तेरापंथ भवन अमरनगर में साध्वी श्री सत्यवती जी आदि ठाणा- 3 के सान्निध्य में व जटावास स्थित तेरापंथ भवन में साध्वीश्री कुंथु श्री जी- 6 के सान्निध्य में जैन संस्कार विधि से रक्षाबंधन कार्यशाला का आयोजन किया।
मुख्य संस्कारक, युवा गौरव अभातेयुप पूर्व अध्यक्ष श्री मर्यादा कुमार कोठारी, सहयोगी संस्कारक श्री ऋषभ श्यामसुखा, श्री निर्मल छल्लाणी, श्री भूपेश तातेड ने साथ मिलकर रक्षाबंधन को जैन संस्कार विधि से जैन मंत्रोच्चार द्वारा कैसे मनाया जाये उसकी जानकारी विधि सहित प्रदान की। इस अवसर पर दोनों ही आयोजन स्थल पर सात बहिनों ने विधिपूर्वक अपने भाई को राखी बांधी। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी श्री द्वारा नमस्कार महामंत्र द्वारा हुआ। दोनों ही परिषद के सदस्यों ने विजय गीत का संगान किया।
सरदारपुरा परिषद अध्यक्ष श्री महावीर चौधरी ने बताया की अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की 350 शाखाएं पूरे देश में जैन संस्कार विधि जन जन की विधि बने इस ओर प्रयासरत है। जोधपुर परिषद मंत्री श्री विनोद सुराणा ने कहा कि जैन संस्कार विधि वर्तमान समय की मांग है। इसमे बाहरी आडंबर, फिजूलखर्ची एवं हिंसा के अल्पीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाता है। कार्यक्रम संयोजक श्री विकास बरमेचा व अमित बोहरा जैन ने बताया किसी भी मांगलिक प्रसंग या त्यौहार को सादगी से जैन मंत्रोच्चार के साथ मनाया जाने वाला यह महनीय उपक्रम है। इस माध्यम से प्रबुद्ध संस्कारक जैन मान्यताओं को भी जन-जन तक पहुचाने का कार्य करते है। इस अवसर पर साध्वी श्री सत्यवती जी ने भी बताया कि गृहस्थ जीवन में जैन संस्कार विधि श्रावक समाज को अनावश्यक हिंसा व बाहरी आडंबर से बचा सकती है।
साध्वीश्री कुंथु श्री जी अपने मंगल उद्बोधन में फरमाया कि आचार्य तुलसी ने एक सुंदर विधि प्रस्तुत की और आज अभातेयुप अपनी शाखा परिषदों के माध्यम से इसे जन साधारण तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। जैन संस्कार का यह महनीय उपक्रम जन जन का उपक्रम बनें यही मंगलकामना। इस अवसर पर संस्कारक गण ने उपस्थित श्रावक समाज को रक्षाबंधन जैन संस्कार विधि से मनाने का आह्वान किया।