मुंबई: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से लेकर अब तक वैश्विक शांति को कभी भी इस तरह की चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा है। हाल में हुई घटनाओं से भारत सहित दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में आ रही रिकवरी पर गंभीर असर देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि मानवता के लिए और अर्थव्यवस्था में मजबूत रिकवरी को बनाए रखने के लिए कदम उठाने की जरूरत है।
ग्रोथ के रास्ते में एक नई चुनौती
शिया इकोनामिक डायलाग में बोलते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि देश की ग्रोथ के रास्ते में एक नई चुनौती खड़ी है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद से दुनिया भर में इस तरह का तनाव कभी देखने को नहीं मिला है। ऐसे में सिर्फ भारत की ही नहीं बल्कि दुनियाभर की आर्थिक रिकवरी पर काफी बुरा असर देखने को मिल सकता है। मानवता की भलाई के लिए जरूरी है कि रिकवरी बिना किसी रुकावट के जारी रहे।
वित्त मंत्री ने पर्यटन क्षेत्रों के साथ की बैठक
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यात्रा, पर्यटन और आतिथ्य सत्कार से जुड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ शुक्रवार को एक बैठक की। इस बैठक में कर्ज संबंधी मुद्दों पर मंथन हुआ। इस बैठक में आर्थिक मामलों के सचिव, वित्त सचिव, वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड, वित्तीय सेवाओं के सचिव और राजस्व सचिव के साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुख तथा वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
यूक्रेन में बिगड़े हालात
बता दें कि रूस की सेनाओं ने यूक्रेन के सभी प्रमुख शहरों पर कब्जा कर लिया है। मीडिया रिपोर्टो के अनुसार यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस से बातचीत करने की मंशा जताई है, जिसे पुतिन ने स्वीकार कर लिया है। इसके बाद विशेषज्ञ जल्द ही तनाव कम होने की बात तो कह रहे हैं, लेकिन विश्व समुदाय में एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिबंधों से व्यापार पर असर पड़ने की बात कही जा रही है।