मुंबई। हिन्दी साहित्य परिषद, विल्सन कॉलेज एवं के.सी. कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में वसंत पंचमी पर ‘वसंत के अग्रदूत महाप्राण निराला’ विषयक ई-संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी में जॉन विल्सन एजुकेशन सोसायटी की सचिव और विल्सन महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. अना प्रतिमा निकालजे ने देश के विभिन्न हिस्सों से जुड़े अतिथियों का स्वागत किया और इस कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए वसंतोत्सव और निराला जयंती पर सबके प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की। प्राचार्या प्रो. अना प्रतिमा निकालजे विल्सन महाविद्यालय के 190 वर्षों के इतिहास मंं जॉन विल्सन एजुकेशन सोसायटी की पहली महिला सचिव और पहली महिला प्राचार्य के पद को संभाल रही हैं।
इस राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी की प्रस्ताविकी महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के निवर्तमान कार्याध्यक्ष और के.सी. महाविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. शीतला प्रसाद दुबे ने वसंत ऋतु की प्राकृतिक छटा एवं इस ऋतु में होने वाले परिवर्तनों पर अपनी बात रखी। डॉ. दुबे ने निराला के व्यक्तित्व-कृतित्व, निराला और वसंतोत्सव के सह-संबंध पर प्रकाश डालते हुए उनकी वैश्विक दृष्टि का विवेचन किया।
मुख्य अतिथि एवं मध्य प्रदेश प्रशासन, उच्च शिक्षा के सेवानिवृत्त अतिरिक्त संचालक प्रो. सत्येन्द्र शर्मा ने विद्यार्थियों को केंद्र में रखते हुए निराला की समग्र जीवन दृष्टि पर अत्यंत विस्तार से, विश्लेषणात्मक अंदाज में अपनी बात रखी। इसी क्रम में अतिथित विशेष तथा कवयित्री बहिणाबाई चौधरी उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय जलगांव महाराष्ट्र के प्रोफेसर, हिंदी-विभागाध्यक्ष, हिंदी अध्ययन मंडल के अध्यक्ष और विद्यार्थी विकास विभाग के संचालक एवं संगोष्ठी प्रो. सुनील बाबुराव कुलकर्णी ने निराला के कथा साहित्य और कथेतर साहित्य की भावभूमि को अत्यंत विस्तृत पटल पर व्याख्यायित किया। वहीं अतिथि विशेष लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर प्रो. अलका पाण्डेय ने निराला के निरालापन और उनकी लम्बी कविताओं को केंद्र में रखते बहुत विश्लेषणात्मक व्याख्यान प्रस्तुत किया। राजस्थान के उदयपुर से जुड़ी विल्सन महाविद्यालय की पूर्व विद्यार्थिनी,संगीत विशारद और उभरती कलाकार मिस नेहा सक्सेना ने राष्ट्रगान, सरस्वती वंदना और निराला की विभिन्न कविताओं को अपने सुरीले स्वर से गीतात्मक रूप में प्रस्तुत किया। संगोष्ठी का सूत्र संचालन विल्सन कॉलेज की हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. सत्यवती चौबे ने किया। इस ई-संगोष्ठी में मुंबई महानगर के साथ-साथ जलगांव, पटना, प्रयागराज, इंदौर सहित महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं बिहार के विभिन्न शहरों से विद्वतजन एवं विदद्यार्थियों ने जुड़कर विद्वानों को सुना।
‘वसंत के अग्रदूत महाप्राण निराला’ विषयक ई-संगोष्ठी संपन्न
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