नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को मारीशस में भारत के सहयोग से बनी सामाजिक आवास इकाइयों की परियोजना का अपने समकक्ष प्रविंद जगन्नाथ के साथ संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि मारीशस पहला देश था जिसको भारत ने वैक्सीन मैत्री के तहत कोविड-19 रोधी टीके भेजे थे।
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेताओं ने मारीशस में आठ मेगावाट की सोलर पीवी फार्म और सिविल सर्विस कॉलेज परियोजनाओं की भी शुरुआत की। इनको भारत की मदद से चलाया जा रहा है। इस मौके पर मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए भारत से मरीशस को 19 करोड़ अमेरिकी डालर की कर्ज सुविधा (Line of Credit) देने पर समझौता किया गया। इस कार्यक्रम में विकास की छोटी परियोजनाओं के कार्यान्वयन पर समझौता ज्ञापन यानी एमओयू साइन हुए।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि अपनी 2015 की यात्रा के दौरान मारीशस में मैंने भारत के समुद्री सहयोग के दृष्टिकोण ‘क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास’ को रेखांकित किया था। मुझे इस बात की खुशी है कि समुद्री सुरक्षा सहित हमारे द्विपक्षीय सहयोग ने इस दृष्टिकोण को क्रियान्वित किया है। भारत और मारीशस इतिहास, संस्कृति, भाषा और हिंद महासागर के साझा जल से एकजुट हैं। आज हमारी मजबूत विकास साझेदारी हमारे घनिष्ठ संबंधों के एक प्रमुख स्तंभ के रूप में उभरी है।