कानपुर: पीएम के कार्यक्रम के दौरान पुतला जलाने और बीजेपी का बैनकर लगी कार में तोड़फोड़ करने वाले सपा कार्यकर्ताओं की मुसीबत बढ़ती जा रही है। मामले को बढ़ते देख समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव के निर्देश पर पांच कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह पांचों कार्यकर्ता चिन केसरवानी, अंकर पटेल, अंकेश यादव, सुकान्त शर्मा तथा सुशील राजपूत हैं। इससे पहले इन सबके करतूतों का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इनको गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर इन पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश की जा रही है। पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी के कार्यक्रम के दौरान हमीरपुर सागर रोड पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पीएम के कार्यक्रम का विरोध करते हुए पुतला दहन किया। इसके बाद भाजपा के बैनर लगी ऑल्टो कार (यूपी85एके6774) पर पत्थरबाजी की। इसका वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने एक्शन लिया और आरोपियों की पहचान करके उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने कहा है कि अन्य आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने यह भी कहा है कि जिस कार में तोड़फोड़ की गई है वह अंकुर पटेल की है। नौबस्ता थाना प्रभारी ने मुकदमा कराया है। पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने कहा कि कमिश्नरेट पुलिस शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसे अपराधी तत्वों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अभियुक्तों को कानपुर लाकर पूछताछ की जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना से यह साबित हो गया है कि लाल टोपी खतरे की निशानी है
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस घटना से यह साबित हो गया है कि लाल टोपी खतरे की निशानी है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे की सच्चाई अत्यंत गंभीर है। नौबस्ता-हमीरपुर रोड के बम्बा चौराहे पर कार में तोड़फोड़ की गई है। जो लोग ये तोड़फोड़ कर रहे थे उनमें सपा छात्र सभा के राष्ट्रीय सचिव सचिन केसरवानी भी मौजूद थे। बाद में जब सीसीटीवी फुटेज से जांच की गई तो पता चला कि ये गाड़ी भी सपा के ही अंकुर पटेल की गाड़ी थी। इस गाड़ी को ऐसे सजाया गया था जैसे कि ये भाजपा की गाड़ी हो। गाड़ी में तोड़फोड़ कर वीडियो वायरल किया गया ताकि भाजपा के कार्यकर्ता और स्थानीय लोग भड़क जाएं। वहां मारपीट होने लगे। यह दंगा कराने की साजिश थी।