नई उमंग परिवार साहित्य के संग परिवार द्वारा एक बेहद शानदार काव्य पाठ का आन-लाइन गूगल मीट पर आयोजन ,नये साल के आगमन उपलक्ष्य पर शुभ दिन दिनांक 25-12-2021 शनिवार को दिन में 2 बजे से शाम को 5 बजे तक किया गया। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से गणमान्य कवियों – कवियत्रियों ने प्रतिभाग कर अपनी मनमोहक कविताओं से मंच पर समा बांधकर वाहवाही बटोरी।सभी रचनाकारों ने अपनी रचना का काव्य पाठ कर पुराने साल को विदा कर नये साल के आगमन पर रचना का काव्य पाठ कर मंच की शोभा को बढ़ाया है।
कार्यक्रम के आयोजक संस्था प्रमुख आदरणीय तबरेज अहमद जी तथा अध्यक्षयता रीता प्रधान जी कर रही थी साथ कार्यक्रम का संचालन रीता प्रधान जी एवं संस्कार अग्रवाल जी और शोभा सोनी जी ने संयुक्त रूप से अपने चिर-परिचित अंदाज में शुरूआत किया।कार्यक्रम में प्रेरणा स्त्रोत आदरणीया रिम्मी बेदी नज़र जी रहीं उन्होंने मुख्य अतिथि की भूमिका का सक्रिय निर्वहन करते हुए नई उमंग हिंदुस्तान परिवार को शुभाशीष प्रदान किया तथा गुजरने वाले साल के लम्हों को याद कर आने वाले साल के लिए शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए स्वरचित रचना का काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम का सारा कार्यभार नई उमंग परिवार साहित्य के संग समूह के नींव कहे जाने वाले संस्कार अग्रवाल जी ने अपनी सुन्दर काव्य पाठ कर मंच को गौरवान्वित किया।सभी कवियों ने क्रिसमस के दिन अपनी सुन्दर सुन्दर रचनाओं से मंच को ही नही अपितु अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज को भी प्रेरणा देने वाली रचनाएँ प्रस्तुत की हैं। कार्यक्रम की सफलता में आदरणीया मीता लुनिवाल ,रिममी बेदी नजर,एवं शोभा सोनी बड़वानी जी का विशेष रूप से योगदान रहा हैं।कार्यक्रम का आकर्षण और बढ गया।जब आदरणीया मीता लुनिवाल एवं शीतल भाटिया जी ने अपनी वियोग रस में लिखी रचनाएँ पढ़ी।सभी के आँखो में आंसू गिरने लगे। उनकी रचना बेटियों के मनोवृति को प्रदर्शित करते हुये लिखी गयी थी।मीता लुनिवाल जी ने विदाई के साथ स्वागत की तैयारी को एक बेटी की विदाई और बहु के स्वागत पर लिखा जो अपने आप में बहुत ही प्रसंशनीय और मार्मिक रहा।ममता मनीष सिन्हा जी ने बसंत ऋतु के आगमन को समर्पित करते लिखा, जो कि बहुत ही आकर्षक और मनोहारी लगा।
पंडित शिवम् शर्मा जी , राजू जी, मीरा सक्सेना जी और नई उमंग हिंदुस्तान परिवार के पदाधिकारी गण शुरुआत से अंत तक बने रहे और रचनाकारों का भरपूर उत्साह वर्धन किया। पंडित शिवम् शर्मा जी के आवाज में जादू है जो मिश्री की तरह कानों में घुलती जा रही थी और उनका साथ और उत्साह वर्धन सराहनीय है। इस तरह प्रत्येक रचनाकार का काव्य पाठ अद्भुत और सराहनीय रहा।
जाने कैसे बीत गया 2021!
2022 अब आया है!!
संग अपने उम्मीदों की!
नई किरण लाया है!!
सभी कवियो एवं कवित्रीयों ने अपनी रचनाएँ एक से बढ़कर एक प्रस्तुत की और अपनी सुमधुर आवाज से मंच को सुशोभित किया।कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले रचनाकार आदरणीया मीता लुनिवाल जी, ममता मनीष सिन्हा जी, हुमा अंसारी जी, शीतल भाटिया जी, मीरा सक्सेना जी, रिम्मी बेदी नज़र , शोभा सोनी बड़वानी अंसारी, अंजली राज जी, रीता प्रधान जी ,आदरणीय पं. शिवम् शर्मा जी, नागेंद्र बाला जी, प्यारेलाल साहू जी, गुरुदीन वर्मा जी ,सुधीर श्रीवास्तव जी, शंकर लाल जांगिड़ जी ,परमानंद प्रेम जी ,कबीर यश जी, राजू जी ,तबरेज़ अहमद जी एवं संस्कार अग्रवाल ने किया ।नई उमंग परिवार साहित्य के संग परिवार आप सभी का बहुत बहुत आभार प्रकट करता है।और उम्मीद करता है कि इसी तरह आप सभी का स्नेह और आशीष हमें सतत मिलता रहेगा।