नई दिल्ली:कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दहशत बढ़ती जा रही है। शहर में लगातार नए मरीज मिल रहे हैं। इसके बाद भी भोपाल से पिछले महीने नए वैरिएंट की जांच के लिए भेजे गए 30 सैंपल की रिपोर्ट अभी तक स्वास्थ्य विभाग को नहीं मिली है। मप्र के किसी भी सरकारी मेडिकल कॉलेज में जीनोम सीक्वेंसिंग जांच की सुविधा नहीं होने से भी यह हालत बन रहे हैं।
यदि मप्र में जीनोम सीक्वेंसिंग शुरू हो जाए तो 48 घंटे में रिजल्ट स्वास्थ्य विभाग को मिलने लगेगा। गौरतलब है कि मप्र में सबसे ज्यादा 70 एक्टिव मरीज भोपाल में हैं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने 16 नवंबर से 30 नवंबर के बीच करीब 50 सैंपल जांच के लिए भेजे थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले 20 दिनों से कोविड संक्रमण के दैनिक मामले 10,000 से कम हैं, लेकिन ओमिक्रॉन स्वरूप और अन्य देशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने भारत में ओमिक्रॉन के मामलों के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र में इस स्वरूप के 32, दिल्ली में 22, राजस्थान में 17, कर्नाटक में आठ, तेलंगाना में आठ, गुजरात में पांच, केरल में पांच, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एक-एक मामला सामने आया है।
गैर जरूरी यात्रा से बचें
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, ”चूंकि ओमिक्रॉन स्वरूप पूरे यूरोप और दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में बहुत तेजी से फैल रहा है, इसलिए गैर-जरूरी यात्रा और सामूहिक समारोहों से बचने और उत्सवों को बड़े स्तर पर आयोजित नहीं किये जाने की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा कि पांच प्रतिशत से अधिक कोविड संक्रमण दर वाले जिलों को प्रतिबंधात्मक उपायों को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है, जब तक कि यह कम से कम दो सप्ताह के लिए पांच प्रतिशत से कम न हो जाये। यह पूछे जाने पर कि क्या भारत पर्याप्त जीनोमिक अनुक्रमण कर रहा है, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी. के. पॉल ने कहा कि ओमिक्रॉन मामलों का पता लगाने के लिए जीनोमिक अनुक्रमण के लिए पर्याप्त व्यवस्थित रणनीतिक नमूनाकरण किया जा रहा है।
अग्रवाल ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का हवाला देते हुए कहा कि ओमिक्रॉन दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप की तुलना में तेजी से फैल रहा है, जहां डेल्टा का प्रसार कम था। उन्होंने डब्ल्यूएचओ के हवाले से बताया कि ऐसी आशंका है कि जहां सामुदायिक प्रसार (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) होता है, वहां ओमिक्रॉन संक्रमण डेल्टा स्वरूप से आगे निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के साथ-साथ मास्क, शारीरिक दूरी, वेंटिलेशन और हाथ की स्वच्छता का पालन करना चाहिए।
अब तक 82.8 करोड़ टीके दिये गये
देश में कोविड-19 की स्थिति पर सरकार ने कहा कि 19 जिलों में साप्ताहिक कोविड संक्रमण दर पांच से 10 प्रतिशत के बीच है और पांच जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर है। कोविड-19 टीकाकरण पर, सरकार ने कहा कि भारत ने अब तक 82.8 करोड़ पहली खुराक और 53.72 करोड़ दूसरी खुराक दी है। उसने कहा कि देश में 136 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं, जो अमेरिका में दी गई कुल खुराकों का 2.8 गुना है।