मुंबई। दक्षिण मुंबई महाप्रज्ञ पब्लिक स्कूल में भव्य भिक्षु भक्ति का कार्यक्रम आयोजित हुआ। सर्वप्रथम आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वी श्री विद्यावतीजी का मंगल प्रेरक उद्बोधन हुआ। साध्वी श्री जी ने कहां संगीत एक ऐसी कला है जो अपने भीतर एक नई स्फूर्ति का संचार करती है। श्रावक अगर मधुर स्वर वाला हो तो संगीत में चार चांद लगा देता है। राह चलता राहगीर भी संगीत की तान सुनकर उसी धुन में खो जाता है।
इस अवसर पर आचार्य महाप्रज्ञ विद्यानिधि फाउंडेशन के अध्यक्ष किशनलाल डागलिया, स्थानीय तेरापंथ सभा के अध्यक्ष गणपतलाल डागलिया एवं मुंबई तेरापंथी सभा के अध्यक्ष नरेंद्र तातेड ने क्रमशः स्वागत वक्तव्य एवं शुभकामनाएं अभिव्यक्त की। मधुर गायक सूरत से समागत निलेश बाफना ने मधुर स्वरों के साथ गीतों को प्रस्तुत किया। सारा जनसमूह गीतों की गंगा में सराबोर हो गया और ओम अर्हम के उद्घोष से हर्ष अभिव्यक्ति की।
निलेश बाफना के एक-एक गीत से श्रोताओं में नया जोश जागृत हो रहा था। श्रोता झूम रहे थे नीलेश के भावपूर्ण गीतों को सुनकर। कुछ गीत ऐसे थे जो जन जन के मुख से मुखर हो रहे थे। गीतों का झरना जन समुदाय के ह्रदय को झंकृत कर रहा था। लगभग 3 घंटे तक शानदार कार्यक्रम चला। स्थानीय तेरापंथ सभा संस्थाओं द्वारा निलेश बाफना को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया जिसका वाचन तेयुप के उपाध्यक्ष नितेश धाकड़ ने किया आभार ज्ञापन तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष पूरण चपलोत ने किया एवं मंगलाचरण शर्मा जी ने किया। संचालन तेरापंथ सभा के मंत्री दिनेश धाकड़ ने किया।
इस अवसर पर नवरत्न मल जी गन्ना, विमल जी सोनी, रमेश जी चौधरी,कंचन बाई सोनी आदि उपस्थित थे। नगरसेवक आकाश जी पुरोहित ने भी अपने विचार व्यक्त किए एवं साध्वी श्री जी से आशीर्वाद प्राप्त किया।
- समाचार प्रदाता:नितेश धाकड़