लंदन। चिकन टिक्का, पनीर चिल्ली जैसे मसालेदार भारतीय पकवानों के शौकीनों को ब्रिटेन में अब ऐसे जायके के लिए जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है। वजह है कि भारतीय पकवानों को तैयार करने में लगने वाली चीजों और मसालों के दाम थोक बाजार में बेहद बढ़ चुके हैं। इसके साथ ही परिवहन खर्च और शेफ अन्य स्टाफ की कमी चल रही है। मसालेदार व्यंजन की चीजें सप्लाई करने वाले एक फर्म ने बताया कि पकवानों में लगने वाले मसाले 50% महंगे हो चुके हैं। अदरक और लहसुन के दाम छह महीनाें में 50% बढ़ चुके हैं। पालक, हरी शिमला मिर्च, हरी मिर्च भी 25 फीसदी महंगी हुई है। इसके अलावा शेफ भी नहीं मिल रहे हैं। परिवहन के साथ पैकेजिंग खर्च दो साल में 30 फीसदी बढ़ा है। ऐसे में भारतीय व्यंजनों का रेस्तरां चलाना मुनाफेभरा नहीं है। मजबूरन दाम बढ़ाने होंगे। महंगाई के चलते चिकन टिक्का, आलू साग, बटर चिकन तो 50% महंगा करना होगा। इनके दाम 102 रुपए प्लेट बढ़ सकते हैं। खुद का रेस्तरां चलाने वाले और एशियन कैटरिंग फेडरेशन के अध्यक्ष यावर खान ने कहा कि खाने के तेल से लेकर मसाले तक के दाम 25 से 50% बढ़े हैं। यावर ने कहा कि दूसरे आतित्थ सत्कार उद्योग की तरह हमारे यहां भी कामगारों की कमी चल रही है। इसके अलावा शेफ और अन्य कुशल कामगारों को की कमी है। इस कारा हमें 20% ज्यादा वेतन देकर काम कराना पड़ रहा है। इस अतिरिक्त लागत का बोझ ग्राहकों पर डालना हमारी मजबूरी है।