नई दिल्ली:इस साल 13 फरवरी को ग्लोबल क्रिकेट सट्टेबाज संजीव चावला को लगभग दो दशक के बाद दिल्ली लाया गया था। जनवरी से ही संजीव चावला को प्रत्यर्पित कराके भारत लाने की कोशिशों के तहत दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की टीमें कई बार लंदन गई थी लेकिन हर बार कोई न कोई नई कानूनी प्रक्रिया आड़े आ जा रही थी लेकिन आखिरकर टीम को कामयाबी मिली। लंदन में रहने वाले इस सट्टेबाज ने अब एक ऐसा दावा किया है जिसने सबको हैरान कर दिया है।
चावला ने कहा है कि कोई भी क्रिकेट मैच निष्पक्ष नहीं होता है और सभी क्रिकेट मैच जो लोग देखते हैं, वह फिक्स होता है। उन्होंने ये भी संकेत दिया है कि इसमें अंडरवर्ल्ड माफियाओं की भागीदारी होती है, जो सभी क्रिकेट खेलों को प्रभावित करते हैं। संजीव चावला के मुताबिक, क्रिकेट कुछ इस तरह है कि फिल्मों को पहले ही निर्देशित किया गया है।
इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, संजीव चावला ने ये भी जाहिर किया है कि वह मैच फिक्सिंग के बारे में ज्यादा नहीं बताएगा, क्योंकि इसमें एक बहुत बड़ा सिंडिकेट/अंडरवर्ल्ड माफिया इस मामले में शामिल है और वे खतरनाक लोग हैं और अगर वह कुछ भी कहते हैं तो वे उसे मार देंगे।
बता दें कि साल 2000 में 16 फरवरी और 20 मार्च को खेले गए भारत-दक्षिण अफ्रीका के मैच फिक्स करने के लिए दिल्ली पुलिस ने दक्षिण अफ्रीका टीम के कैप्टन रह चुके दिवंगत हैंसी क्रोनिए और पांच अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। इस संबंध में 2013 में दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दायर की थी। इसमें हैंसी क्रोनिए, सट्टेबाज संजीव चावला, मनमोहन खट्टर, दिल्ली के राजेश कालरा और सुनील दारा सहित टी सीरीज के मालिक के भाई कृष्ण कुमार को आरोपी बनाया गया था। इसके बाद से पुलिस संजीव को भारत लाने का प्रयास कर रही थी।