अहमदाबाद: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सोमवार को दो दिन के भारत दौरे पर अहमदाबाद पहुंचे। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मोटेरा स्टेडियम के ‘नमस्ते ट्रम्प’ कार्यक्रम में शामिल हुए। दोनों नेताओं ने यहां मौजूद 1.25 लाख लोगों को संबोधित किया। स्वागत भाषण में मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच विविधता एक मजबूत रिश्ते का आधार है। एक देश के पास स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी है तो दूसरे के पास स्टैच्यू ऑफ यूनिटी। दो व्यक्ति हों या दो देशों के रिश्ते, उसका सबसे बड़ा आधार होता है, विश्वास। दोस्ती वहीं होती हैं, जहां विश्वास अडिग हो। मोदी ने दो बार में कुल 21 मिनट तक भाषण दिया।
‘हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र’
- मोदी ने कहा, ‘‘मैंने ह्यूस्टन में हाउडी मोदी कार्यक्रम से अमेरिका यात्रा की शुरुआत की थी। आज ट्रम्प नमस्ते ट्रम्प से अपनी यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प का परिवार प्लेन से उतरने के बाद सीधे साबरमती आश्रम गया और यहां आया। गुजरात की धरती में आपका स्वागत है। ये दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। एयरपोर्ट से स्टेडियम तक भारत की विविधता ही नजर आई। ट्रम्प परिवार का यहां आना दोनों देशों के लिए घनिष्टता की मिठास दे रहा है।”
- ‘‘इस कार्यक्रम का नाम नमस्ते का मतलब भी बहुत गहरा है। ये दुनिया की प्राचीनतम भाषा में से एक संस्कृत का शब्द है। इसका मतलब है कि हम किसी व्यक्ति के भीतर मौजूद आत्मसम्मान का नमन करते हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प आप उस भूमि पर है, जहां 5 हजार साल पुरानी प्लांड सिटी धौलावीरा और लोथल पोर्ट रहा है। आज आप विविधता से भरे भारत में हैं। भारत और अमेरिका के बीच विविधता मजबूत रिश्ते का आधार है। एक को स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का गौरव है तो दूसरे को दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटि का गर्व है।’’
- ‘‘मुझे खुशी है कि ट्रम्प की लीडरशिप में दोनों देशों के रिश्ते गहरे हुए हैं। यह एक नया अध्याय है। जो विकास और संप्रभुता को मजबूत करेगा। राष्ट्रपति ट्रम्प ने जो किया है। दुनिया उसे अच्छे से जानती है। फर्स्ट लेडी मेलानिया आप समाज में बच्चों के लिए जो कर रही हैं, वो प्रशंसनीय है। इवांका दो साल पहले भारत आई थीं। तब आपने कहा था कि मैं दोबारा आना चाहूंगी। मुझे खुशी है कि आज भारत में हैं। जेरेट आप लाइम लाइट से दूर रहते हैं, लेकिन जो करते हैं उसका दूरगामी परिणाम होता है।’’
ट्रम्प के संबोधन के मोदी का धन्यवाद भाषण
मोदी ने कहा, ‘‘आपने अभी जो भारत के बारे में कहा। महात्म गांधी, स्वामी विवेकानंद और सरदार पटेल को याद किया। मेरे बारे में भी बहुत कुछ कहा। मैं भारतीयों की तरफ से आपका आभार व्यक्त करता हूं। ट्रम्प ने न सिर्फ भारत का गौरव बढ़ाया, बल्कि अमेरिका में रहने वाले भारतीयों का भी सम्मान बढ़ाया है। यह स्टेडियम दुनिया में सबसे बड़ा है। यहां कुछ सुविधाएं निर्माण के दौर में हैं। फिर भी आपका यहां आना खेल जगह से जुड़े हर व्यक्ति को प्रोत्साहित किया। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन ने भी यह जगह उपलब्ध कराई। दो व्यक्ति हों या दो देशों के संबंध, उसका सबसे बड़ा आधार होता है, विश्वास। दोस्ती वहीं होती हैं, जहां विश्वास अडिग हो।’’
‘व्हाइट हाउस के लिए भारत एक सच्चा दोस्त’
‘‘अमेरिका की अपनी यात्राओं में मैंने इस विश्वास को दिनों-दिन मजबूत होते दिखा है। जब मैं ट्रम्प से पहली बार मिला था, तब ट्रम्प ने कहा था कि व्हाइट हाउस के लिए भारत एक सच्चा दोस्त है। जब व्हाइट हाउस में दिवाली मनाई जाती है तो अमेरिका में रहने वाले 40 लाख भारतीय भी अमेरिका की प्रगति में सहयात्री होने पर गर्व महसूस करते हैं। आज 130 करोड़ भारतवासी न्यू इंडिया का निर्माण कर रहे हैं। हमारी युवा शक्ति आकांक्षों से भरी हुई है। आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम ही नहीं है, आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ इंश्योरेन्स स्कीम भी चला रहा है। यहां दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क ही नहीं, दुनिया का सबसे बड़ा सेनिटेशन प्रोग्राम भी चल रहा है।’’
150 मिनट के दौरे के लिए 25 हजार जवान तैनात
ट्रम्प के 150 मिनट के दौरे के लिए अहमदाबाद में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए। पुलिस के 65 एडिशनल सुपरिंटेंड (एसीपी), 200 इंस्पेक्टर, 800 सब इंस्पेक्टर और 12 हजार सिटी पुलिस के जवानों को ट्रम्प के काफिले की सुरक्षा के लिए तैनाती की गई। वहीं, एनएसजी, सेंट्रल फोर्स, एसपीजी, एलआरडी, एसआरपीएफ और सीआरपीएफ समेत कुल 25 हजार जवानों शहर की सुरक्षा संभाली।
स्टेडियम की सुरक्षा अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के हवाले
मोटेरा स्टेडियम की सुरक्षा व्यवस्था अमेरिकी सीक्रेट सर्विस की टीम के पास थी। गुजरात पुलिस के जवान सिविल ड्रेस में भीड़ के बीच मौजूद थे। स्टेडियम के अंदर किसी को खाना और पानी तक ले जाने की अनुमति नहीं थी। इस मेगा शो में आने वाले लोग 120 डोर फ्रेम वाले 240 मेटल डिटेक्टर से गुजरने के बाद ही कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे।