चीन में कोरोना वायरस की महामारी झेल रहे वुहान शहर में एक शिशु को जन्म के केवल 30 घंटे बाद ही कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। यह शिशु अभी तक का सबसे कम उम्र का संक्रमित मरीज है। इस घटना ने इस आशंका और चिन्ता को जन्म दे दिया है कि क्या कोरोना वायरस मां से उसके गर्भ में पल रहे बच्चे तक पहुंच सकता है। इस संक्रमण से चीन में अब तक करीब 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, इस विषाणु से संक्रमित होने के अब तक करीब 31 हजार से ज्यादा मामलों की पुष्टि हुई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह “वर्टिकल ट्रांसमिशन” का मामला हो सकता है जिसमें संक्रमित मां से बच्चे में गर्भावस्था के दौरान या जन्म के बाद संक्रमण फैलता है। बच्चे को जन्म देने से पहले मां की जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने सोमवार को रिपोर्ट दी थी जिसके अनुसार पिछले सप्ताह एक संक्रमित मां से जन्मे बच्चे की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।
लेकिन मेडिकल एक्सपर्ट्स जांच में कोई भी रिजल्ट जल्दबाजी में निकाले जाने को लेकर आगाह किया है। कुछ का मानना है कि मां के गर्भ में ही बच्चा वायरस से संक्रमित हुआ। वुहान चिल्ड्रन हॉस्पिटल के निओनेटल मेडिसिन डिपार्टमेंट के चीफ फिजिशियन जेंग लिंगकोंग ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से कहा, ‘यह केस इस तरफ हमारा ध्यान दिलाता है कि कोरोना वायरस मां से उसके गर्भ में पल रहे बच्चे तक भी पहुंच सकता है। यह घटना हमें सचेत करती है कि ऐसा भी संभव है।’
जब महिला की नॉर्मल डिलिवरी होती है तो बच्चा मां के शरीर में मौजूद सूक्ष्म कीटाणुओं के संपर्क में आता है। लेकिन यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंगलिया के पॉल हंटर ने कहा कि अभी तक इस बात के कोई सबूत नहीं है कि कोरोना वायरस (2019-nCoV) मां से ही उसके गर्भ में पल रहे बच्चे में संक्रमित हुआ। उन्होंने कहा कि एक शोध में यह बताया गया है कि कोरोना वायरस (मर्स और सार्स समेत) के संक्रमण से उसके भ्रूण में पहुंचने से ज्यादा गर्भपात का खतरा ज्यादा रहता है।
टेक्सास में हस्टन के बेयलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन में नेशनल स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसन के डीन डॉ. पीटर हॉटेज के मुताबिक कुछ वायरस ब्रेस्ट मिल्क के जरिये या प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भनाल के जरिए शिशु में पहुंच जाते हैं। लेकिन इस तरह के संक्रमण खसरा (बहुत थोड़े मामलों में) और एचआईवी के मामले में होता है। यह वायरसों में सामान्य है खासतौर पर कोरोना वायरस जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों में। वायरस का गर्भनाल के जरिए संक्रमण फैलना भी सामान्य है। तो क्या तब बच्चा जन्म के बाद संक्रमित होगा? कोलंबिया यूनिवर्सिटी के मेलमन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में एपिडिमियोलॉजिस्ट स्टीफन मोर्स ने बिजनेस इनसाइडर से कहा कि यह भी पूरी तरह संभव है बच्चे को कोरोना वायरस का संक्रमण वैसे ही फैला हो जैसे आमतौर पर फैल रहा है।