वॉशिंगटन: अमेरिकी विदेश विभाग ने ‘कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म 2018’ जारी कर आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) को लेकर बड़ा खुलासा किया। 1 नवंबर को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, आईएम ने भारत के खिलाफ आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए नेपाल को अपना सबसे बड़ा अड्डा बनाया है। उसने पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हरकत उल-जिहाद इस्लामी से भी हाथ मिलाया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएम का पहला मकसद भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देना है। इसी के तहत उसने अपना दायरा बढ़ाते हुए भारत के पड़ोसी नेपाल को अपना सबसे बड़ा केंद्र बनाया है। आईएम को पाकिस्तान समेत मिडिल ईस्ट (पश्चिम एशिया) देशों से फंड भी मिलता है।
नेपाल में कोई बड़ा आतंकी हमला नहीं हुआ
रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल में अब तक किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन ने कोई हमला नहीं किया। लिहाजा नेपाल को आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने लेकर खास जानकारी नहीं है। नेपाल में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (सीपीएन) ही छिटपुट आतंकी घटनाओं को अंजाम देता रहा है। इसका नेता नेत्रा बिक्रम चंद है।
पाकिस्तान टेरर फंडिंग, भर्ती और उनकी ट्रेनिंग रोकने में नाकाम
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान अपनी जमीन पर आतंकियों को फंडिंग, भर्ती और उनकी ट्रेनिंग रोकने में नाकाम रहा है। अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के लिए पाकिस्तान सुरक्षित पनाहगार है। यहां के राजनेताओं ने तालिबान को खुलेआम समर्थन दिया है। आतंकी संगठनों ने बलूचिस्तान और सिंध प्रांत में सरकारी, गैर-सरकारी संगठनों और डिप्लोमेटिक मिशनों को लगातार निशाना बनाया।