सिर्फ मन से ही नहीं कर्म से भी जैन बने-मुनिश्री जिनेश कुमार जी
पालघर। महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनिश्री जिनेश कुमार जी ठाणा 2 के सान्निध्य में जैन संस्कार विधि से दीपावली पूजन कार्यशाला का आयोजन रविवार 20 अक्टूबर को तेरापंथ भवन में तेरापंथ युवक परिषद द्वारा किया गया। संस्कारक पूनमचंद जी हिरण विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपस्थित धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री जिनेश कुमार जी ने कहा- “विचार को जो बांध दे रेखाओं में उसे हम आचार कहते हैं और रेखाओं में जो भर दे रंग उसे हम संस्कार कहते हैं।” जिससे आत्मा परिमार्जित होती है उसे संस्कार कहा जाता है। किसी भी संस्कृति की पहचान उसके संस्कारों से होती है। जैन संस्कृति संस्कारों से सजी हुई संस्कृति है। आचार्य तुलसी जैन संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए जैन संस्कार विधि का अभिनव आयाम प्रदान किया। गृहस्त जीवन में अनेक मांगलिक अवसरों पर जैन मंत्रोचार, आडम्बर और प्रदर्शन से रहित अहिंसा की भावना से भावीत जैन संस्कार विधि का प्रयोग जैनत्व को पुष्ट करने वाला सशक्त आलम बनता है। जैन परिवार के मांगलिक अवसरों पर होने वाले कार्यक्रमों में जैनत्व झलखना चाहिए। हम सिर्फ मन से जैन बने, अपितु कर्म से भी जैन बने। दीपावली पर्व भगवान महावीर के निर्वाण से जुड़ा हुआ है। दीपावली पूजन अथवा पर्व आराधना में जैन संस्कार विधि का उपयोग जैन संस्कृति को जीवंतता प्रदान करता है। जय जिनेंद्र का अभिवंदन शालीन साज सज्जा, सात्विक भोजन, व्यसनमुक्ति, सदाचार, प्रामाणिक व नैतिक जीवन जैन संस्कृति के उज्ज्वल संस्कार है। जैन धर्म त्याग, वैराग्य, समता, अहिंसा, सत्य आदि के प्रकाश से प्रकाशित है।
जैन संस्कारक पूनमचंद जी हिरण ने दीपावली पूजन का डेमो प्रदर्शित करते हुए सभी को मांगलिक कार्य जैन संस्कार विधि से करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ उपासिका लीला बाई सालेचा के मंगलाचरण से हुआ। महावीर अष्टकम का संगान सविता सिंघवी ने किया। विजय गीत का संगान विमल बदामिया ने किया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन सभा अध्यक्ष नरेश जी राठौड़ ने किया। तेरापंथ कन्या मंडल ने जय महावीर भगवान गीत का सुमधुर संगान किया। लोगग्स का उच्चारण पूनमचंद जी हिरण ने किया। नानीबाई बाफना, उपासिका लीला सालेचा ने अपने विचार प्रस्तुत किये। आभार ज्ञापन व संचालन तेयुप अध्यक्ष हितेश सिंघवी ने किया। यह जानकारी दिनेश राठौड़ ने दी।
पालघर में जैन संस्कार विधि से दीपावली पूजन कार्यशाला का आयोजन
Leave a comment
Leave a comment